जौनपुर- शाहगंज चिकित्सालय में एक निजी महिला चिकित्सक स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ मारिया फारुकी का कहना है कि ठंडी के दिनों में महिलाओं में मासिक के समय दर्द का बढ़ जाना एक साधारण सी बात है। इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं उन्होंने बताया कि शरीर में पानी की कमी, विटामिन डी की कमी, पाचन की समस्या, आलस्य पन के कारण योगा और व्यायाम ना करना, पैदल ना चलना आदि कारण से महिलाओं में ऐसी समस्याएं मौसम परिवर्तन के कारण होती हैं। उनका कहना है कि गर्मियों की अपेक्षा जाड़े में धूप कम मिलती है जिसके कारण शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है और हमारे शरीर में हार्मोंस प्रभावित होता है। जाड़े में पानी कम पीने के कारण शरीर में पानी की कमी के कारण भी महिलाओं में माहवारी में दर्द बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो जाती है।उनका कहना है कि जाड़े में ऐसा होना स्वाभाविक है। महिलाओं को यह जानना जरूरी है कि पाचन क्रिया की समस्या उत्पन्न होने पर भी ऐसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं यदि ऐसी दिक्कतें होती हैं तो हमें चिकित्सकों से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्यादातर योगा, व्यायाम करके इन समस्याओं से बचाव किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए इसके अलावा गर्म हल्दी- दूध का सेवन करना चाहिए। बाहर चलने फिरने में समस्या होती है तो छत पर ही चहल कदमी करनी चाहिए ताकि शरीर में रक्त का प्रवाह निरंतर होता रहे और इससे रक्त प्रवाह में वृद्धि होती है। ऊनी लोवर पहन कर धूप में अधिक समय तक नहीं रहना चाहिए बल्कि सूती कपड़े पहन कर धूप में रहकर विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है उन्होंने कहा कि इसमें अधिक दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। कुछ ऐसी महिलाओं होती हैं जो इनका रखरखाव नहीं कर पाती या जानकारी ना होने के कारण इनका उन पर बुरा असर होता है इसलिए इस समय में साधारण तरीके से देखरेख और खाने पीने की साफ सफाई जरूरत के अनुसार करते रहे।
तहसील शाहगंज संवाददाता विनोद कुमार
जाड़े के दिनों में महिलाओं के पीरियड के समय दर्द क्यों बढ़ जाता है जानिए डॉ मारिया फारुकी से
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