खबर यूपी के आजमगढ से है जहां थाना कोतवाली पुलिस ने नकली खोवा और मिठाइयों के निर्माण में संलग्न गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग ग्राम प्रधान अवधेश कुमार यादव के घर पर मिलावटी खोवा और नकली मिठाइयां बना रहे हैं। सूचना की पुष्टि के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 50 क्विंटल मिलावटी खोवा, 16 कमर्शियल और 2 घरेलू सिलेंडर, 6 लोहे की भट्ठियाँ, रसायनों और अन्य सामग्री बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य अभियुक्त हरिओम (24) समेत विकास, अजय, सीताराम, गजेन्द्र, जितेन्द्र, रामसकल, बटेसुरी, विश्राम, नन्द किशोर, भूपेन्द्र, रामू और राजकुमार शामिल हैं। यह सभी आगरा और मिर्जापुर के विभिन्न क्षेत्रों से हैं और लंबे समय से नकली मिठाइयों के इस गोरखधंधे में संलग्न थे।
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में चार और लोग वांछित हैं, जिनमें अवधेश यादव, प्रवेश मौर्या, सतीश और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से मिलावटी मिठाइयाँ जैसे कि 15 क्विंटल डोडा बर्फी, 10 क्विंटल पेड़ा, 25 क्विंटल मिल्क केक और 50 क्विंटल खोवा बरामद किया है। इसके साथ ही चीनी, सूजी, मूंगफली, किशमिश, सोया ऑयल और अन्य सामग्री भी मिली है। नकली मिठाई बनाने में उपयोग किए जाने वाले साइट्रिक एसिड और सेफोलाइड जैसी सामग्री भी बरामद की गई है।
पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी हरिओम ने कबूल किया कि वे आगरा से कारीगर बुलाकर नकली खोवा और मिठाई बनाते थे। हरिओम ने बताया कि वे लगभग एक वर्ष से मिलावटी मिठाइयाँ तैयार कर आजमगढ़, कप्तानगंज, अतरौलिया, और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई कर रहे थे। इन मिठाइयों में मिल्क पाउडर, सस्ता तेल, कलर पेंट और साइट्रिक एसिड जैसी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता था, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं।
गिरफ्तारी अभियान में प्रभारी निरीक्षक शशिमौलि पाण्डेय की अगुवाई में पुलिस टीम और खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार तिवारी शामिल थे।
आजमगढ़ पुलिस की इस सफलता ने नकली मिठाइयों के खिलाफ चल रहे अभियान को एक नई दिशा दी है। जनता से अपील की गई है कि वे मिलावटी उत्पादों के प्रति सतर्क रहें।