उच्च प्राथमिक विद्यालय कन्या मनिहारी मे वन महोत्सव आयोजीत हुआ

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गाजीपुर। जनपद के मनिहारी ब्लॉक अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय कन्या मनिहारी पर समाजिक वानिकी प्रभाग रेंज जखनियां गाजीपुर द्वारा वन महोत्सव का आयोजन किया गया। विदित हो कि, वन महोत्सव पेड़ों के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को पर्यावरण संरक्षण प्रयासों में अधिक सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। कार्यक्रम प्रभारी, क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकर नाथ सिंह द्वारा वृक्षारोपण हेतु पौध वितरण कार्यक्रम किया गया। विद्यालय के बच्चे एवं सामुदायिक के लोगो ने हाथ में पौधे लेकर, हमें वृक्ष लगाना हैं, धरती को स्वर्ग बनाना है, वृक्ष धरा के भूषण है – करते दूर प्रदूषण है, आओ मिलकर वृक्ष लगाये, धरती को हम स्वर्ग बनाये, एक पेड़ माँ के नाम, नारे लगाते हुए लोगों को वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया गया। विद्यालय परिसर में क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकर नाथ सिंह एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी मनिहारी हेमवन्त कुमार ने एक-एक पौधों का रोपण किया। आयोजित वृक्षारोपण संगोष्ठी को संम्बोधित करते हुए क्षेत्रीय वन अधिकारी ने वृक्ष लगाने और उसे सुरक्षा प्रदान करने हेतु लोगों को प्रेरित किया, प्रभारी प्रधानाध्यापक डॉ0 सन्तोष कुशवाहा ने कहा कि, हमें इस प्रचण्ड गर्मी से निजात पानी है, और भविष्य को सुरक्षित करना है, तो अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए, आज लोगो को लग रहा हैं, कि गर्मी बहुत हैं ए.सी. से काम चला लेगे, पर कब तक ए.सी. का सहारा लेंगे, आज हिंदुस्तान की सवा अरब अबादी है, और 500 करोड़ पेड़ की आवश्यकता हैं l अभी तो ये तपन की शुरूवात हैं, 46°C से 50°C डिग्री का सफर पूर्ण हुआ,और एक दिन 55°C से 60°C होने में देर नहीं लगेगी, 56°C पर इंसान जीवित नहीं रहेगा, हमें अभी से पौधे लगाने होंगे, क्योंके एक पौधे को बड़ा होने में 5 से 7 साल लग जाएंगे, अगर हम वास्तव में जीवित रहना चाहते हैं, और अच्छे जीवनयापन करना चाहते हैं, तो अधिक से अधिक पेड़ लगाए। खण्ड शिक्षा अधिकारी मनिहारी हेमवन्त कुमार ने कहाँ कि, वृक्ष ऑक्सीजन देने और कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने के अलावा पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं, जिससे वायु शुद्ध और ताज़ी बनती है। जितने हरे-भरे पेड़ होंगे उतना अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और अधिक विषैली गैसों को अवशोषित करेंगे। पेड़ मनुष्य, पशु-पक्षियों के साथ-साथ कई जानवरों के लिए भी एक आवास के रूप में हैं। पेड़ पर रहने वाले कुछ जानवरों में ट्री कंगारू, ट्री फ्रॉग, स्पाइडर मंकी, उड़नेवाला लामूर, ग्रीन ट्री पाइथन और कोआला शामिल हैं। वे पेड़ों के नजदीक और आसपास रहते हैं और उनसे भोजन प्राप्त करते हैं। इनमें से कुछ पेड़ों के फलों का सेवन करते हैं जो उन पर लगे होते हैं। जबकि दूसरे जानवरों को उन पर लगी हरी पत्तियां अच्छी लगती हैं। इसके अलावा वन जंगली जानवरों के लिए एक प्राकृतिक आवास भी है। यह वह जगह है जहां वे रहते हैं। आज वनों की कटाई ने पक्षियों और जानवरों की विभिन्न प्रजातियों को विलुप्त होने की ओर अग्रसर किया है और कई अन्य प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं। जानवरों और पक्षियों के लिए यह स्वाभाविक है कि अगर हम उनके भोजन के स्रोतों को छीन लेते हैं और उनके निवास स्थान को बर्बाद कर देते हैं तो उनके विलुप्त होने का खतरा बढ़ जाता है।वृक्षारोपण उन्हें जीवित रहने और शांति से रहने में मदद कर सकता है। पर्यावरण में जैव विविधता को बनाए रखने के लिए यह वृक्षारोपण महत्वपूर्ण है। पर्यावरण में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए अब बारिश आने वाली हैं, आओ हम सभी दो- दो पेड़ जरूर लगाएं । कार्यक्रम के अन्त में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को दो-दो पौधे वितरीत किये गये और सभी को पौध रोपण के साथ -साथ उसके सुरक्षा हेतु भी प्रेरित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता शंकर नाथ सिंह तथा संचालन विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक डॉ0 सन्तोष कुशवाहा ने किया। इस दौरान शिक्षक रामलखन यादव, मनोज प्रजापति, विवेक कुमार, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी अमरनाथ, वन दरोगा अनिल कुमार मौर्या, वन दरोगा रामवचन राम, वन दरोगा राजकिशोर तिवारी, वन रक्षक अशोक सिंह यादव का प्रमुख योगदान रहा तथा कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों तथा अन्य क्षेत्र के अभिभावकों एवं गणमान्य लोगों की सहभागिता रही।

जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर

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