खुटहन (जौनपुर ) – खुटहन ब्लाक के डीहिया गौशाला में 8 सितम्बर को बीमार और अधमरे पशुओं की सूचना पर संगठन और मीडिया टीम मौके पर पहुँची। जांच में आरोप सही पाए गए। पशुओं की दयनीय स्थिति की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
गौशाला सचिव दीपक पाल ने माना कि उनकी अनुपस्थिति के कारण लापरवाही हुई। उन्होंने बताया कि उस समय कुछ बाहर से आए पशु चोटिल अवस्था में थे और कुछ बीमारी से कमजोर होकर चलने में असमर्थ थे। इसी दौरान देखरेख करने वाले कर्मचारी प्रमोद गौड़ शराब के नशे में था, जिसकी वजह से स्थिति और बिगड़ गई। इस गंभीर लापरवाही को मीडिया ने प्रमुखता से उठाया और प्रशासन को कठोर कदम उठाने पड़े।
खबर का असर साफ तौर पर देखा गया। अब गौशाला में सफाई व्यवस्था बेहतर की गई है। बीमार पशुओं को समय पर चिकित्सकीय सुविधा मिल रही है और चारे की पर्याप्त व्यवस्था भी सुनिश्चित कर दी गई है। सचिव ने आश्वासन दिया है कि पूर्व जैसी लापरवाही भविष्य में कभी नहीं होगी।
ग्राम प्रधान ने भी स्वीकारा कि पहले हरे चारे की कमी बड़ी समस्या थी, लेकिन अब नेपियर घास की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है। इससे पशुओं को हरे चारे की कमी नहीं झेलनी पड़ेगी।
यह पूरा घटनाक्रम साबित करता है कि मीडिया की सजगता और जिम्मेदार रिपोर्टिंग प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करने और सुधार लाने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। डीहिया गौशाला की सुधरी व्यवस्था अब पशुओं के लिए राहत की सांस बनकर सामने आई हैl