जौनपुर-
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में आगामी 9 नवंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह के पूर्व दीक्षोत्सव कार्यक्रम के तहत दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान में “वर्तमान परिपेक्ष में केंद्र राज्य संबंध” पर व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रयागराज के विधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आर. के. चौबे ने कहा कि भारत का संघवाद एकीकरण की विशेषताओं से युक्त है हम सामान्य परिस्थितियों में राज्यों को स्वायत्तता देते हैं किंतु संकट काल की स्थिति में केंद्र सरकार को अधिक शक्तियां प्रदान करते हैं। भारतीय संविधान के पहले अनुच्छेद में यह लिखा गया है कि भारत यूनियन ऑफ द स्टेट है यहां पर हमने यूनियन शब्द का प्रयोग किया ,ना कि फेडरल शब्द का। आजादी के बाद देसी रियासतों का भारत में विलय बिना शर्त हुआ है इसीलिए कोई राज्य चाहकर भी भारत से अलग नहीं हो सकता। भारतीय संविधान निर्माताओं ने दूरदृष्टि का परिचय देते हुए संविधान में वह पर्याप्त प्रावधान किए हैं जिससे केंद्र और राज्य के बीच समन्वय स्थापित किया जा सके। निदेशक प्रो. देवराज सिंह ने सभी का स्वागत किया । संकायाध्यक्ष प्रोफेसर राजेश सिंह ने विषय प्रवर्तन किया तथा विभागाध्यक्ष डॉ.वनिता सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुराग मिश्र ने किया। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षकगण डॉ प्रियंका कुमारी, मंगला प्रसाद यादव, श्री प्रकाश यादव, डॉ.राहुल सिंह, डॉ राजित राम सोनकर, डॉ.प्रमोद कुमार, डॉ अंकित कुमार, डॉ.इंद्रजीत सिंह डॉ.दिनेश कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे विभाग की छात्राओं ने सरस्वती वंदना व कुलगीत प्रस्तुत किया।