स्वच्छता के प्रति छात्र-छात्राओं को किया जागरूक,मऊ को स्वच्छ बनने में देर नहीं लगेगी यदि प्रत्येक व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से पालन करे

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जनपद मऊ में भारत सरकार द्वारा मनाए जा रहे स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा (17 सितंबर से 2 अक्टूबर) के अंतर्गत, आज दिनांक 1 अक्टूबर को डी.सी.एस.के. पी.जी. कॉलेज मऊ के सभागार में जिला गंगा समिति सामाजिक वानिकी प्रभाग मऊ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई डीसीएसके के संयुक्त तत्वावधान में जनपद स्तरीय स्वच्छता ही सेवा काव्य गोष्ठी एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में जनपद से 25 प्रतिभागियों ने सहभागिता की।


उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी एवं काव्य गोष्ठी के सह-संयोजक डॉ. विशाल जायसवाल ने बताया कि 17 सितंबर से 02 अक्टूबर के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें महाविद्यालय और अन्य संस्थाएँ भी शामिल हैं। उसी के तहत आज जिला गंगा समिति एवं सामाजिक वानिकी विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य युवा कवियों द्वारा काव्य के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक करना है।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. हेमंत कुमार यादव जिला परियोजना अधिकारी जिला गंगा समिति ने उपस्थित युवा कवियों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता केवल एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, यह पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है, और इसके लिए हम सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि मऊ को साफ-सुथरा बनाने के लिए मऊ के प्रत्येक नागरिक, युवा, दुकानदार और राहगीर को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। यदि प्रत्येक व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से पालन करे, तो मऊ को स्वच्छ बनने में देर नहीं लगेगी। उन्होंने कविता के माध्यम से अपील की कि
“चलो अपना द्वार सजाते हैं,
अपना द्वार सजा कर मऊ को स्वच्छ बनाते हैं।”
डीसीएसके के प्राचार्य, डॉ. शर्वेश पाण्डेय ने छात्रों से अपील की कि जब-जब बदलाव हुए हैं, वह युवाओं के कारण ही संभव हुए हैं। यदि युवा आगे आएँगे, तो हम स्वच्छता के लक्ष्य को जल्दी प्राप्त कर लेंगे। इसके लिए जिला गंगा समिति, नमामि गंगे, और राष्ट्रीय सेवा योजना की संस्थाओं की अहम भूमिका है।
नवोदित कवि सोनम राजभर ने अपनी कविता “इंसान-इंसान की कैसी माया, पेड़ काटकर पर्यावरण को रुलाया” के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और पर्यावरण के प्रति इंसानियत क्रूरता को प्रदर्शित किया।
दिव्यांशु पांडे ने अपनी कविता “आओ मिलकर काम करें, 1 घंटा सफाई मऊ के नाम करें” प्रस्तुत की, जबकि रुचि सोनकर ने अपनी कविता “स्वच्छता को नहीं अपनाओगे, बीमारी ही पाओगे” के माध्यम से जागरूकता फैलाई।
आचल शर्मा की कविता “प्रकृति को छेड़ेंगे, तो तुम भी छेड़े जाओगे”, रुचि मौर्य की “मेरा शहर साफ़ हो, हम सब का हाथ हो”, और स्नेहलता की “आओ बच्चों तुम्हें बताएं, महत्व कचरा दान का” जैसी रचनाओं के माध्यम से उपस्थित छात्रों और अतिथियों को स्वच्छता का महत्व समझाया गया।
कार्यक्रम का संचालन अल्तमस रशीद ने किया।
कार्यक्रम में मो. कलाम, डॉ धीरज यादव, डॉ प्रद्युम्न पासवान, निद्रा तिवारी, प्रीति चौहान, अक्षिता बरनवाल, संजना साहनी, नीतू गुप्ता आदि उपस्थित रहे केमास न्यूज ब्यूरोचीफ मऊ धर्मेन्द्र कुमार

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