जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने हीट वेव से बचाव के उद्देश्य से बैठक कर दिए दिशा निर्देश

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गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देशन में जनपद में हीट वेव के प्रभावों को कम करने के उद्देश्य से समस्त संबंधित विभागों की शनिवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजन की गई। इस बैठक में मुख्य रूप से संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ हीट वेव प्रबंधन हेतु विभाग वार जिम्मेदारियों को निर्धारित किया गया। जिलाधिकारी ने बैठक में समस्त संबंधित विभाग को निर्देशित करते हुए, कहाँ, कि लू-प्रकोप के दिष्टगत समस्त विभाग नोडल अधिकारी नामित करें। आने वाले चौत्र नवरात्रि मेला में हीट वेव के प्रभाव को आम जनमानस के मध्य न्यून करने के लिए धार्मिक स्थलों ⁄ भीड़  भाड़ वाले क्षेत्रों में उचित प्रबंध किए जाए, जैसे निःशुल्क प्याऊ कि व्यवस्था, स्थान-स्थान पर वाटर कूलर का प्रबंधन, भीड़ को देखते हुए छांव प्रदान करने हेतु टेंट, फ्लोर मैट, कूलर इत्यादि की व्यवस्था की जाए, स्वास्थ्य विभाग में आशा, एएनएम की सहायता से ओआरएस का पैकेट का घर घर अत्याधिक वितरण किया जाए। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों तथा कर्मियों को उपयुक्त प्रशिक्षण किया जाए। जिससे कि हीट वेव संबंधित बीमारियों का तत्काल पहचान करते हुए, प्रभावित को राहत स्वरूप इलाज किया जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आइस पैक, ओ0आर0एस0 पैकेट इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था कर ली जाए, समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इत्यादि पर हीट वेव आईसोलेशन वार्ड ⁄कोल्ड रूम बना लिया जाए। पर्यटन- नगर पालिका तथा परिवहन विभाग द्वारा बस स्टैंड-मंदिर-धार्मिक स्थल एवं रेलवे स्टेशन इत्यादि, परिसरों में छाँव घर एवं प्याऊ कि व्यवस्था कि जाए, स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर ओआरएस पैकेट प्राप्त कर ओआरएस प्वाईट बनाये जाए, शिक्षा विभाग द्वारा हीट वेव कि मौसम संबंधित चेतावनी के अनुसार स्कूल के समय में बदलाव किया जाए एवं स्कूलों में बाहरी फील्ड की गतिविधियों को रोकने एवं स्कूलों में पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेय जल इत्यादि कि व्यवस्था कि जाए। विद्युत विभाग द्वारा हीट वेव के दौरान मुख्यतः पीक हीट आवर में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए, जल निगम को ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया। नगर पालिका, नगर पंचायत, श्रम विभाग द्वारा हीट वेव के परिप्रेक्ष्य में चिंहित संवेदनशील क्षेत्र तथा विभिन्न फैक्ट्रियों में पर्याप्त मात्रा में पेयजल, छाँव क्षेत्र कि व्यवस्था के साथ विभिन्न फैक्ट्रियों में पीक हीट आवर के दृष्टिगत कार्मिकों के ड्यूटी की समय सारणी में बदलाव किया जाए।

आपदा विशेषज्ञ ने लू-प्रकोप के अलर्ट की चर्चा करते हुए, यलो जोन, आरेज जोन, रेडजोन के बारे में विस्तृत जानकारी दिया। साथ ही नगर पालिका ईओ के माध्यम से श्मशान घाट पर कम से कम 3 अस्थाई टेन्ट नदी के किनारे पर लगाए जाने हेतु सुझाव दिया गया। जिससे कि अप्रैल, मई, जून की प्रचण्ड गर्मी में दाह संस्कार के दौरान आने वाले व्यक्तियों को गर्मी से राहत प्रदान हो सके। जिलाधिकारी ने सुझाव पर सहमति व्यक्त करते हुए, वहॉ पीने के पानी की भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हेतु निदर्शित किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) दिनेश कुमार, अपर जिलाधिकारी भू राजस्व आयुष चोैधरी, जिला विकास अधिकारी सुभाषचन्द्र सरोज, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनिल कुमार पाण्डेय, आपदा विशेषज्ञ अशोक राय, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, राजस्व लेखाकार कलेक्ट्रेट राधेश्याम तथा अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

जयप्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर

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