लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हो रही है ऐनम( नर्स) द्वारा डिलीवरी कराने में लापरवाहियां

0
40

 

लालगंज आजमगढ़

यह घटना 14 अगस्त 2023 की है कटाई गांव की निवासी लक्ष्मी को प्रसव पीड़ा 13 अगस्त 2023 शाम 6:00 होना चालू हुआ 14 अगस्त 2023 को सुबह 9:00 बजे अस्पताल पर पहुंच गए थे उसी दिन एक महिला को चार लड़कियों पर एक लड़का हुआ उसके खुशी के उपलक्ष में नर्सों ने उसे ठंडा नमकीन समोसा की पार्टी मांगी उस महिला का पति सब कुछ लाकर के दिया यह उषा नर्स भूल गई की और भी महिलाओं की डिलीवरी करनी है और डिलीवरी रूम में ही पार्टी स्टार्ट कर दी उधर लक्ष्मी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी जब लक्ष्मी के परिजनों द्वारा पूछा गया कि कब तक डिलीवरी आप कराएंगी हर बार उषा नर्सों द्वारा यही बताया गया कि अभी समय है लेकिन एक बार भी यह नहीं बताई कि मेरे पास समय नहीं है और लक्ष्मी कि प्रसव पीड़ा को इंजेक्शन द्वारा भी रोकने का प्रयास किया गया इंजेक्शन लगाने के बाद 2 घंटा तक दर्द रुक गई और उसकी डिलीवरी 4:20 पर कराई गई जिससे उसके होने वाले बच्ची को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा डिलीवरी होने के बाद भी बच्ची नहीं रोइ बच्ची को रुलाने के लिए निरर्थक प्रयास किया गया जबकि सरकार द्वारा सभी प्रकार की व्यवस्था अवेलेबल है जब उसके परिजन ने पूछा कि यह बच्ची आप लोगों के बस में है ठीक कर देंगे वहां के एक डॉक्टर ने बताया कि यहां पर लाइट कट गई है जनरेटर नहीं चलाया जाता है इसे आप कहीं लेकर जा सकते हैं लक्ष्मी के परिजनों ने बच्ची को लेकर के वही बगल में 3 किलोमीटर दूर पवन पांडे संवि चाइल्ड ले गए डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के माँ को काफी दर्द हुआ जिससे बच्ची परेशानी से पैदा हुई है इसे हम लोग नहीं बचा पाएंगे आप इसे जौनपुर या आजमगढ़ ले जा सकते हैं बच्ची के परिजनों के हां कहने पर फिर डॉक्टर द्वारा रेफर किया गया बच्ची के परिजनों ने उसे एंबुलेंस से ऑक्सीजन लगाकर के जौनपुर ले गए तेज सिंह हॉस्पिटल में एडमिट किया तेज सिंह हॉस्पिटल में बच्ची को 9 दिन रखा गया इन 9 दिन में कुल 80000 का बिल बना उषा नर्स की पार्टी और लापरवाही से इतनी परेशानी का सामना करना पड़ा लक्ष्मी की डिलीवरी होने के बाद भी वहां की उषा नर्स को अपनी गलती का एहसास नहीं हुआ ऊपर से लक्ष्मी के परिजनों से पैसा मांगने लगी एक डिलीवरी पीछे कम से कम 500से 1000₹ मांगती है यह नर्से और अपने स्टाफ को भी 100, 200,500 दिलाती हैं 1 दिन में अगर चार-पांच डिलीवरी हुई तो 4, 5000 रुपया उनका कहीं नहीं गया है सरकारी अस्पताल पर करती है धनउगाई का काम नहीं देने पर लड़ने को हो जाती है तैयार

In