प्रकृति से हमें सांस लेने के लिए हवा पीने के लिए पानी खाने के लिए भोजन रहने के लिए भूमि प्रदान करती है।और कीड़े पक्षी, पेड़, पौधे, फल, फूल, इत्यादि सभी मिलकर हमारे लिए स्वच्छ हवा को ऑक्सीजन युक्त बनाते हैं। प्रकृति हमारे लिए बड़े उपहार में से एक है जो मनुष्य के लिए धरती उसके घर के तथा असमान छत के समान है जीवन प्रद वातावरण को बनाऐ रखें,लेकिन आज लोग एसी, कूलर, फ्रीज, कोल्डड्रिंक, को हि वातावरण समझ लिया है पर क्या जीवन का असली के शुखः पा पाऐगे?
इतना ही नहीं मनुष्य के लिए प्रकृति से अच्छा गुरु और कोई नहीं। जब भी कभी कोई जीवन जीना चाहता है तो वातावरण का ख्याल करे जीवन से
लेकिन फिर भी हम सब इसकी रक्षा नहीं कर रहे हैं और नहीं इसकी देखरेख कर रहे हैं और इसको अधिका -धिक बर्बाद कर रहे हैं। प्रकृति के बर्बाद होने से जो असुविधा हमें प्रकृति से होती आ रही हैं। वह धीरे-धीरे खतरा बढ़ रहा है और शुद्धता नष्ट होती जा रही हैं जिससे हमें मानवनिर्मित चीजों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है जिसमें शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है। फिर भी हम सब को अनेक अनिश्चित कष्टो, दुखो का भुगतान करना पड़ रहा है।इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए हमारी अपनी प्रकृति “(हवा मिट्टी पेड़, पौधे इत्यादि)” को बचाने की ओर एक पहल करने जा रहा है। आओ एक कदम बढ़ाऐ
हम सब एक है एक राष्ट हम सब का एक ही उद्देश्य”प्रकृति को बचाओ भविष्य बनाओ”मिलकर हम सब हर एक भारत वाशी प्रकृति रक्षा में भाग ले हम सभी कम से कम अपने आस पास का वातावरण शुद्ध हवा पानी का प्रयोग कर सके हम हर एक लोगों ।”आओ प्रकृति की ओर चलें प्राकृतिक खेती ऑर्गेनिक फार्मिंग करे ,,लेखकार,,,के मास न्यूज ब्यूरो म ऊ धर्मेन्द्र कुमार