फूलपुर सीएचसी में डॉक्टरों ने किया जागरूक, चिड़चिड़ापन हो सकता है लक्षण

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फूलपुर सीएचसी में डॉक्टरों ने किया जागरूक, चिड़चिड़ापन हो सकता है लक्षण

फूलपुर/ आजमगढ़,बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फूलपुर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर छात्र छात्रों को कीड़े मारने की दवा खिलाई गई। इस दौरान कृमि से होने वाले रोगों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। नवनियुक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीएस यादव की अध्यक्षता में जूनियर हाई स्कूल फूलपुर में बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली को खिलाकर अभियान का शुभारंभ किया गया। सीएचसी में डॉ. मोहम्मद अजीम और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी एमएल अग्रहरि ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर बच्चों और अध्यापकों को कृमि रोग से होने वाले रोगों के बारे में बताया। फूलपुर अधीक्षक डॉ. डीएस यादव ने बताया कि एक विशेष प्रकार का कृमि जो बच्चों के पैरों के तलवों के माध्यम से उनके आंतों तथा मस्तिष्क तक जाता है और बच्चों का खून चूसता रहता है। साल में दो बार खिलाई जाती है दवा इससे बच्चों में चिड़चिड़ापन, मिचली आना, सर दर्द, भूख न लगने की शिकायत करते रहते हैं। पढ़ने लिखने में उनका मन नहीं लगता है। ऐसे में कृमि को जड़ से समाप्त करने के लिए अल्बेंडाजोल 400 mg की गोली पर्याप्त होती है, जो वर्ष में दो बार खिलाई जाती है। यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। 1 वर्ष से 19 साल तक के सभी बच्चों को यह दवा अनिवार्य रूप से खिलाई जानी चाहिए। बिना डर के खिलाएं कीड़े मारने की दवा निसंकोच होकर कृमि रोधी दवा खिलाएं किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता हैं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीएस यादव ने टीचर्स एवं बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा को निसंकोच खिलाने के बारे में सलाह दी। बच्चों को दवा खिलाकर अभियान का शुभारंभ किया गया। वरिष्ठ नेत्र परीक्षण अधिकारी डॉक्टर आरबी वर्मा ने इस संगोष्ठी का शुभारंभ किया। डॉ. अरविन्द, डॉ शशिकांत, मॉनिटर गजाला कमर, राधेश्याम यादव, जुबैर अहमद, चन्द्रभान यादव, महेंद्र आदि लोग रहे ।

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