दबंग को बचाने में जुटी सरपतहां पुलिस, युवक को मारकर किया लहूलुहान

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जौनपुर/सरपतहां-थाना क्षेत्र के अंतर्गत विगत घटना में पुलिस द्वारा अर्सियां गांव निवासी संदीप यादव पुत्र बंसराज को मारकर के लहूलुहान करने के आरोपी सत्यम पांडे पुत्र राघवेंद्र को बचाने का मामला प्रकाश में आया है। प्रकरण मारपीट से ही जुड़ा बताया जा रहा है। यह घटना तब घटित हुई जब पीड़ित अरसिया बाजार बी एड का फार्म का रजिस्ट्रेशन कराने जा रहा था उसी समय घात लगा कर बैठे सत्यम पांडे ने जानलेवा हमला कर दिया जिससे नाक और मुंह से खून गिरने लगा।पीड़ित ने थाने पर लिखित रूप से तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई किंतु थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिए लेकिन उचित सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत ना करके मात्र 323,504 ,506 के तहत मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज करके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों पर पलीता लगाने का काम किया। थाना क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरी तहसील क्षेत्र की हकीकत यही है कि अधिकांश पीड़ित लोग प्रार्थना पत्र लेकर थाने से लेकर तहसील क्या जिले तक के अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगाते लगाते हैरान हो जाते हैं लेकिन 15-20 दिन बीत जाने के बाद भी उनकी तहरीर नहीं लिखी जाती है ऐसे कई ज्वलंत उदाहरण हैं। सीएम योगी जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करके जनता को चाहे जितना बहलाने का दावा कर लें लेकिन जमीनी हकीकत यही है कि इनका प्रशासनिक अमला ही गुमराह करके इनकी नीतियों पर तमाचा मारने का काम कर रहा।थाने से लेकर तहसील तथा जिले पर पीड़ितों को न्याय नहीं मिल रहा है आम जनता पूरी तरह से त्रस्त हो चुकी है और न्याय की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर है। थाना अध्यक्ष तथा सीओ से लेकर उप जिलाधिकारी तक अपराधियों का संरक्षण देने में लगे हुए हैं।मामले के बारे में चौकी इंचार्ज राजेंद्र प्रसाद सिंह मारपीट के आरोपियों के पक्ष में बचाव करते हुए दिखाई दिए। चौकी इंचार्ज ने कहा कि हमारे सामने ही मारपीट की घटना घटित हुई लोग लाठी डंडा लेकर आए थे लेकिन वह मूकदर्शक बनकर तमाशा देखते रहे और उनकी बातों से ऐसा लगा कि आरोपियों को बचाने में भी अप्रत्यक्ष रूप से उनकी भूमिका हो सकती है जिससे चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत चरितार्थ हो रही है ।पीड़ितों को न्याय मिलने के बजाय थाना तहसील और जिले में अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है अधिकारी जनता की नहीं सुन रहे हैं। उपरोक्त मामले का संज्ञान एडीजी वाराणसी ने लिया है उन्होंने पुलिस अधीक्षक को उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। संवाददाता विनोद कुमार

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