संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक महिला सहित चार को किया गिरप्तार

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नई दिल्ली/हाई सिक्योरिटी से लैस संसद की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है. बुधवार (13 दिसंबर) को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग नीचे कूद गए और स्प्रे के माध्यम से धुआं फैला दिया. घटना के तुरंत बाद दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया. इस घटना का वीडियो सामने आया है. इसके कुछ ही देर बाद लोकसभा के बाहर दो अन्य लोगों ने क्लर स्मोक का इस्तेमाल किया है. इस मामले में सभी चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि संसद में कूदे लोगों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन के रूप में हुई है. वहीं बाहर क्लर स्मोक का प्रयोग करने वालों की पहचान पहचान नीलम (42) और अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.

कौन हैं नीलम और अमोल शिंदे?

संसद के बाहर हिरासत में ली गई नीलम हरियाणा के जींद के घासो की रहने वाली है. पिता उचाना में मिठाई की दुकान चलाते हैं. आंदोलनों में ऐक्टिव रही हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. दोनों ने तानाशाही नहीं चलेगी, भारत माता की जय, जय भीम और जय भारत’ के नारे लगाए.

कौन हैं सागर और मनोरंजन?

मनोरंजन कर्नाटक का है और पेशे से ऑटो ड्राइवर है. वहीं सागर शर्मा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का रहने वाला है. चारो आरोपी एक दूसरे को पहले से जानते और लगातर संपर्क में थे. इन्होंने मिलकर संसद में स्मोक स्टिक जलाने की साजिश रची थी.

वहीं पूरे मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा अपने स्तर पर जांच कर रही है. इस बारे में दिल्ली पुलिस को भी निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा, ”धुआं सदन में फैलाया गया था वह साधारण था. इसको लेकर चिंता कोई बात नहीं है.”

पुलिस ने क्या कहा?

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस घटना पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में प्रारंभिक जांच विवरण से जानाकारी मिली है कि दो लोग नीलम और अमोल (परिसर के अंदर संसद भवन के बाहर पकड़े गए) मोबाइल फोन नहीं ले जा रहे थे. उनके पास कोई बैग या पहचान पत्र नहीं था. उनका दावा है कि वे खुद संसद पहुंचे और उन्होंने किसी भी संगठन से जुड़ने से इनकार किया है. पूछताछ के लिए पुलिस बना रही विशेष टीम है.

कैसे घटना हुई?

बैठक का संचालन कर रहे पीठासीन सभापति अग्रवाल ने पूरे मामले को लेकर जानकारी दी. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ”सुरक्षा में चूक तो हुई है. हमें ऐसा लगा कि एक शख्स गिर गया. फिर देखा तो एक व्यक्ति कूद रहा था. एक व्यक्ति ने जूते से कुछ निकालकर धुआं फैलाया. जांच होगी तो पता चलेगा.” उन्होंने आगे कहा कि स्पीकर ओम बिरला तय करेंगे कि आगे क्या होगा. दरअसल, संसद की सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई है.

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