जिला पंचायत राज अधिकारी के कर्मचारी विरोधी नीति को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने किया निंदा प्रस्ताव पारित

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गाजीपुर/ जनपद में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला इकाई की बैठक विकास भवन में हुई। जिसमें जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया, कि कर्मचारियों के हितों की अनदेखी की जा रही है। पुरानी पेंशन की बहाली नहीं कर रही है सरकार, इतना ही नहीं केंद्र सरकार भत्तों को जारी करने का आदेश दे दिया है, और योगी सरकार ने भी कहा है, लेकिन अभी तक उसका क्रियान्वयन नहीं होने से कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्थान, पंजाब, झारखंड समेत कई राज्यों में इसको लागू कर दिया गया।लेकिन यू0पी0 सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। जनपद स्तर पर कुछ विभागाध्यक्ष द्वारा कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है, जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा सफाई कर्मचारियों का शोषण किया जाना, व नियम विरुद्ध कार्यालयों में संबद्धता करना संगठन के पदाधिकारियों व उच्च अधिकारियों से वार्ता का अनुपालन नहीं किया जाना। अगर जनपद के कुछ ऐसे अधिकारी कर्मचारी विरोधी नीति बंद नहीं करते हैं, तो ऐसे में परिषद का प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर उन मांगों को निस्तारण कराया जायेगा। निस्तारण नहीं किया गया तो कर्मचारी बड़ा आंदोलन करने को विवश होंगे। इसके अलावा राज्य कर्मचारियों को केन्द्र के समान भत्तों की मांग, पं.दीनदयाल उपाध्याय कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना एवं वेतन विसंगतियों का निस्तारण की मांग रखी जाएगी, परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि परिषद हमेशा अपने मांगों को लेकर के मुखर रहा है,और समय आ गया है,अब इस आंदोलन को जनमानस तक पहुंचाने के लिए आवश्यकता पड़ी तो रोड पर संघर्ष किया जाएगा। जिला मंत्री ओंकारनाथ पांडे द्वारा बैठक में बताया गया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की प्रांतीय नेतृत्व द्वारा तिथि निर्धारित होने पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का द्विवार्षिक अधिवेशन कराया जाएगा। सिंचाई संघ चंद्रिका यादव द्वारा कर्मचारियों से सावधान होने की अपील किया,और बताया कि प्रदेश स्तर से लेकर के जनपद स्तर पर कुछ सेवानिवृत कर्मचारी नेता तथा कथित व स्वयंभू बनकर संगठन चलाया जा रहा है और कर्मचारियों का शोषण करवाया जाता है,जिसके लिए जनपद का कोई भी कर्मचारी क्षमा नहीं करेगा, और हमें सरकार सहित इन स्वयंभू नेताओं से भी सावधान रहना है,लगभग छह वर्षों से संगठन केवल कागजों में दौड़ रहा है। विभागों में अधिकारी संगठन की कोई मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं,मांगों को सरकार से लेकर ही रहेंगे।चाहे उसके लिए कितना भी संघर्ष करना पड़े। उन्होंने आह्वान किया कि किसी अधिकारी से डरने की आवश्यकता नहीं है। अधिकारी अपनी हठ धर्मिता को छोड़ कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करें।मिश्रीलाल कनौजिया सिचाई संघ द्धारा बैठक को अशवस्त किया की परिषद के हर आंदोलन बढ़ चढ़कर भाग लिया जायेगा और जनपद के कर्मचारियों से अपील किया और आवाहन किया सब लोग एक होकर संगठन को मजबूत किया जाय। बैठक के लास्ट मे सर्वसम्मत से जिला पंचायत राज अधिकारी के कर्मचारी विरोधी नीति को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया, उक्त बैठक में अरविंद सिंह, ओंकारनाथ पांडेय, जयप्रकाश, चंदन राम, राकेश पांडे गिरजा शंकर कुशवाहा, रोशन लाल, मिश्रीलाल कनौजिया, रामनिवास, मनोज, आनंद प्रकाश, सत्येंद्र कुमार, अरुण कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार, अमित कुमार, राजेश कुमार, हनुमान यादव, साधू सिंह, विपिन सिंह, प्रवीण सिंह,राजेश श्रीवास्तव, बृजेश यादव, देवेंद्र मोर्य, जितेंद्र सिंह, रामाशीष शर्मा, धर्मराज सिंह, चंद्रिका यादव,लोग उपस्थित रहे, बैठक की अध्यक्षता दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव व संचालन आलोक राय ने किया।

जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ, गाजीपुर

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