दोस्त पुर /सुल्तानपुर
पिता और मामा की मेहनत और विश्वास से रचा गया इतिहास, बेटियों के लिए बनीं उम्मीद की नई किरण
“शिक्षा ही जगत का शस्त्र है”—इस कथन को साकार किया है सुल्तानपुर जिले की होनहार बेटी अरीबा नोमान ने। ट्रेनिंग आईपीएस अरीबा को झांसी जिले में तैनाती मिल गई है। जैसे ही यह खबर उनके पैतृक घर पहुंची, परिवार, रिश्तेदारों और पूरे जिले में हर्ष की लहर दौड़ गई। खासतौर से बेटियों में इस सफलता को लेकर उत्साह देखने को मिला। अरीबा अब लाखों बहनों के लिए प्रेरणा की जीती-जागती मिसाल बन गई हैं।
अरीबा नोमान की कहानी महज एक सफलता की नहीं, बल्कि उस सोच की है जो बेटियों को बोझ नहीं, बल्कि आशीर्वाद और अवसर मानती है। उनका संघर्ष, समर्पण और परिवार का विश्वास लाखों बेटियों के सपनों को नई उड़ान देने की प्रेरणा है।
के मास न्यूज संवाद दाता दोस्त पुर
In