कॉपी-किताब होलसेल के गोदाम में लगी भयंकर आग

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टांडा/अंबेडकरनगर

अंबेडकर नगर जिले के टांडा कोतवाली क्षेत्र छज्जापुर के इलाके में भोर में लगभग 3 से 4 बजे भयंकर आग लगी कॉपी किताब की दुकान और पेन के तीन मंजिला गोदाम पर भयंकर आग लगी, आग इतनी भीषण थी कि जिले भर के अलावा एनटीपीसी के दर्जनों दमकल गाड़ियां आग बुझाने में लग गई फिर भी आग 4 घंटे से अधिक बीत गया आग पर काबू नहीं पाया जा सका शुरू में छोटी गाड़ियों से आग बुझाया जा रहा था तो लोग अपने घरों से पानी ला ला कर टैंक में भर रहे थे सबसे बड़ी दुश्वारिया ये थी कि घनी आबादी में दुकान और गोदाम होने की वजह से वहां पहुंचना भी मुश्किल हो रहा था लोगों की मदद से गोदाम को ऊपर की तरफ से तोड़ा गया तब जाकर के अंदर पानी पहुंच पाया

तब तक करोड़ों की कॉपी किताब और पेन के जखीरा में लगी आग सब कुछ नष्ट और तबाह हो चुका था अगल-बगल की रिहायशी घर होने के कारण आग से भारी नुकसान होने का भी अंदेशा लगाया जा रहा था जिले भर के दर्जनों गाड़िया हर तहसील से आए दर्जनों गाड़ियां लगातार इस आग को बुझाने का प्रयास कर रही है

अंबेडकर नगर जनपद की सबसे बड़ी होलसेल की यह दुकान थी और गोदाम यहां से गैर जनपद को भी सप्लाई हुआ करती थी और इस गोदाम में पेन का निर्माण भी होता था जिसकी वजह से आग और भड़क गई कॉपी किताब के साथ-साथ प्लास्टिक पदार्थ होने के कारण आग इतनी भयंकर हो गई कि पूरे के पूरे गोदाम में लगभग 100 फीट लंबा और तीन मंजिलें में भयंकर आग लग गई आग इतनी भयानक थी कि दूर से धुएं का गुबारा देखा जा सकता था जिसको देखते हुए प्रशासन लगातार प्रयास कर रही थी और जिला भर के दर्जनों गाड़ियां यहां तक की एनटीपीसी और सीआईएसएफ की गाड़ियां भी बलानी पड़ी तब जाकर आग पर थोड़ा काबू पाया गया 6 से 7 घंटा भी बीत जाने के बाद भी आग पर पूरी तरीके से काबू नहीं पाया गया उसकी वजह यह थी कि गोदाम में जाने का एक ही रास्ता था और दूसरा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था तो आग से आग बुझते हुए अग्निशम जब आगे बढ़े तब जाकर आग पर थोड़ा काबू पाया गया आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया इस आग ने करोड़ों के समान कॉपी किताब और पेन को जलाकर राख कर दिया

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