अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेश की धरती पर अब हर पहिया धुरी पर घूमेगा। सड़क पर सुरक्षा का सूर्य अब केवल यातायात संकेतों की लाल-पीली बत्तियों में नहीं सिमटा रहेगा, बल्कि वह सरकारी संकल्प और जनजागरूकता की संयुक्त आभा से चमकेगा। यही दृष्टिकोण लेकर प्रदेश सरकार ने प्रदेशव्यापी ई-रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा संचालन को अनुशासित करने के लिए अभियान का शंखनाद कर दिया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में संपन्न राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में यह तय किया गया कि सड़क हादसों में होने वाली दुखद मृत्यु को मात्र एक आंकड़ा न समझा जाए, बल्कि उसे रोकने की दिशा में हर स्तर पर ठोस प्रयास किया जाए। इस क्रम में विशेष रूप से ई-रिक्शा की नियमों की लकीर पर दौड़ते ई-रिक्शाः सड़क सुरक्षा की नयी सुबह की ओर बढ़ता जिलाअव्यवस्थित व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सख्त और संगठित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने यह साफ कर दिया है कि ई-रिक्शा जैसे व्यवसायिक वाहन किसी भी परिस्थिति में नाबालिगों के हाथों में नहीं सौंपे जाएंगे।
ई-रिक्शा व्यवस्था को मिली मर्यादा की नई परिभाषा
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