होली के पावन अवसर पर बाजारों में उमड़े लोग की जमकर रंग गुलाल की खरीद

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*चैनपुर बाजार /अम्बेडकर नगर*

होली के पावन अवसर पर लोगों ने तरह-तरह के गुलाल और पिचकारिया खरीदे और होली में भाईचारे को कायम रखते हुए गुलालों को लगाकर गले भी मिले और होली को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है होली हिंदुओं का सांस्कृतिक धार्मिक पारंपरिक त्यौहार है और होली भारत में दिवाली के बाद सबसे बड़े त्यौहार में से एक है हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन महीने में मनाए जाने वाली इस पर्व का खास महत्व है होली का त्योहार भारत के अलावा उन देशों में भी पूरे जोश उत्साह के साथ मनाया जाता है जहां भारतीय रहते हैं और पौराणिक कहानी के तीन पात्र विष्णु भक्त प्रहलाद उनके पिता हिरण्यकश्यप और प्रहलाद की बूआ होलिका का है प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना दुश्मन मानते थे और कहा जाता है कि जब राधा और कृष्ण बचपन में थे तो वे अपने दोस्तों के साथ मिलकर रंगों और गुलालों से खेलते थे यह खेल उनके प्रेम और स्नेह का प्रतीक था जो आज भी होली के रूप में मनाया जाता है।

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