आजमगढ़/मार्टीनगंज:लगभग 11 प्रमाणपत्रों को लेकर तहसील का चक्कर काट रही महिला की हर सुनवाई के नाम पर केवल अगले दिन की तारीख दे दी जा रही है। पुख्ता सबूत होने के बाद भी मार्टीनगंज के अधिकारी कर्मचारी किस वजह से महिला को बार बार तहसील दौड़ा रहे कारण समझ में नही आ रहा है। वहीं महिला ने मार्टीनगंज के अधिकारियों कर्मचारियों पर उसके विपक्ष से पैसा लेकर काम नहीं करने की विपक्ष को सांत्वना दे दी है। विपक्ष द्वारा पैसे से खरीदी गई सांत्वना को मार्टीनगंज के अधिकारी कर्मचारी बखूबी निभा रहे हैं। फूलपुर तहसील के अंतर्गत ईशापुर ग्रामसभा की रहने वाली महिला कौशल्या यादव का मायका मार्टीनगंज तहसील के अंतर्गत नरवे गांव में है। कौशल्या यादव अपने पिता पतिराम यादव की इकलौती संतान हैं। पतिराम यादव कुल मिलाकर पांच भाई जिसमें चार विश्वनाथ, सतिराम, बचउ, रामबालक जिसमें पतिराम का देहांत हो चुका है। पतिराम की इकलौती संतान कौशल्या यादव जब अपने हिस्से की बात की तो अन्य चार पाटीदार कौशल्या यादव को हिस्सा देने से इनकार कर दिया। कौशल्या यादव ने कानूनी प्रक्रिया से अपना हिस्सा लेना चाहा तो विपक्षी जालसाजी से कौशल्या यादव को पतिराम यादव की जायज संतान नहीं होने सिद्ध करना चाहा और लेखपाल गोरख यादव से मिलकर कौशल्या यादव को पतिराम यादव की जायज संतान नहीं होने की रिपोर्ट लगवा दी। जबकि नार्वे ग्रामसभा के प्रधान रेखा ने कौशल्या यादव को पतिराम यादव की लड़की होने का प्रमाण पत्र भी दिया है। गांव के अन्य लोग भी कौशल्या को पतिराम की लड़की बता रहें हैं । लेकिन लेखपाल गोरख यादव ने अपने पद का दुरुपयोग कर बिना किसी जांच के कौशल्या यादव को पतिराम की जायज संतान नहीं होने की रिपोर्ट लगा दी।
कौशल्या यादव ने बताया की मेरी मेरे पति सूबेदार की हत्या भी हो सकती है। लेकिन तहीलदार लेखपाल और मार्टीनगंज के कर्मचारी सबूतों को नजरंदाज कर मुझे परेशान कर रहे हैं।
अधिकारियों के साथ मिलकर जालसाजी से भूमि कब्जा करने का मामला
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