आजमगढ़: महाराणा प्रताप सेना ने रविवार को गरूण होटल में एक भव्य राज्य सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें संगठन का विस्तार, पदाधिकारियों का सम्मान और राष्ट्रवाद का संदेश प्रमुखता से रहा। कार्यक्रम की शुरुआत सेना प्रमुख बिजेन्द्र सिंह द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश राय, यशवंत सिंह, कमलाकांत सिंह, भागवत तिवारी आदि को महाराणा प्रताप की फोटो और अंगवस्त्रम भेंटकर सम्मानित करने के साथ हुई।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण पाल ने महाराणा प्रताप को शूरवीर, स्वाभिमानी और सामाजिक समरसता के प्रतीक बताया। उन्होंने बिजेन्द्र सिंह को समाज में महाराणा प्रताप की अलख जगाने के लिए बधाई दी।
सेना प्रमुख बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप स्वाभिमान के प्रतीक हैं और संगठन उनके आदर्शों पर चलकर पूरे समाज को राष्ट्रवाद के सूत्र में पिरोना चाहता है। उन्होंने बताया कि आगामी 19 जनवरी 2025 को महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर संगठन द्वारा वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
सम्मेलन में संगठन का विस्तार करते हुए उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनिल सिंह को मनोनीत किया गया। अनिल सिंह ने संगठन के विभिन्न पदों पर नियुक्तियों की घोषणा की, जिसमें दीनानाथ को प्रदेश संगठन मंत्री, रामपलट विश्वकर्मा को प्रदेश सचिव, सूर्यभान सिंह को प्रदेश प्रभारी, राजेन्द्र प्रताप सिंह को यूपी संयोजक, शिवम सिंह को प्रदेश महासचिव, सुनील सिंह को सोनभद्र का जिलाध्यक्ष, मनोज सिंह को गाजीपुर का जिलाध्यक्ष, रामकेर सिंह को अयोध्या मंडल का संरक्षक, शंशाक शेखर पांडेय को बलिया प्रभारी, कैप्टन देवानंद तिवारी को देवरिया का प्रभारी, माधवेन्द्र प्रताप सिंह शाही को गोरखपुर प्रभारी, प्रिस सिंह को मऊ अध्यक्ष, राजेश सिंह को भदोही का जिलाध्यक्ष, रेखा को जौनपुर का प्रदेश सचिव और प्रियंका को जौनपुर का महासचिव नियुक्त किया गया।
पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेमप्रकाश राय और भागवत तिवारी ने कहा कि आज समाज को ऐसे संगठन की आवश्यकता है जो हमारे गौरवशाली इतिहास की रक्षा कर सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएलसी प्रतिनिधि कमलाकांत सिंह ने की और संचालन प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने किया।
सम्मेलन में संगठन के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रभारी उमेश सिंह राठौर ने हल्दी घाटी की मिट्टी को शत शत बार प्रमाण की प्रस्तुति से सभी का मनमोह लिया।
इस अवसर पर अशोक सिंह, भागवत तिवारी, वीरभद्र प्रताप सिंह, प्रवीण सिंह, डा सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अच्युतानंद त्रिपाठी, दिनेश खंडेलिया, सुरेश यादव, जया सिंह, शिवम तिवारी, सुरेश सिंह, अंशुमन राय, महादेव यादव, अनिल राय, महादेव यादव, बलराम सिंह, महेन्द्र सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।