आजमगढ़ विकासखंड पवई ग्राम सभा रज्जाकपुर का मामला जहां बहुत दिनों से सुर्खियों में रहा की सामुदायिक शौचालय महिला सफाई सावित्री देवी को नियुक्ति के बाद भीशौचालय की चाबी प्रधान द्वारा दबंगई बस ना देना जिसमें उप जिलाधिकारी कुंदन राज कपूर जिन्होंने विकासखंड पवई के खंड विकास अधिकारी का चार्ज लिए हुए थे जिन्होंने अपने संज्ञान में लेकर सावित्री देवी को चार्ज दिलवाया फिर मामला प्रधान द्वारा मनरेगा का कार्य जेसीबी द्वारा करवाए जाने का मामला संज्ञान में आया जिसमें फिर एसडीएम/कुंदन राज कपूर द्वारा संज्ञान में लेकर जांच करवाया गया जिसमें पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा जेसीबी द्वारा मनरेगा का कार्य करवाए जाने की पुष्टि की गई तथा जिसमें वीडियो का कार्यभार संभाले हुए एसडीएम कुंदन राज कपूर द्वारा प्रधान को रिकवरी नोटिस भेजा गया तथा जांच में पशु चिकित्सा अधिकारी के रिपोर्ट से यह सिद्ध हुआ कि प्रधान द्वारा मनरेगा का कार्य गलत ढंग से जेसीबी से करवाया गया जिसमें प्रधान के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाने के लिए थाने पर एप्लीकेशन भेजा गया जिससे नाराज होकर प्रधान संघ द्वारा विकासखंड पवई पर धरना दिया जा रहा है क्या यदि कोई प्रधान किसी मामले में गलत पाया जाता है तो प्रधान संघ के धरने से उसकी गलती को माफ किया जा सकता है आखिर क्यों प्रधान संघ एकत्रित होकर एक प्रधान की गलतियों को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं क्या कहीं ना कहीं इस जांच से और लोगों का भी तो नुकसान नहीं है धरने में यह भी देखा गया कि सभी ग्राम पंचायतों में सरकार द्वारा जो सफाई कर्मी नियुक्त किए गए हैं सफाई कर्मियों को धरने में शामिल होने के लिए किसने बुलाया क्योंकि आरोप तो प्रधान पर लगा क्या सत्य है क्या नहीं या तो जांच का विषय है लेकिन इस धरने में सफाई कर्मियों का आना कहीं ना कहीं यह एक गलत संदेश दे रहा है कि विकासखंड के अधिकारी भी इस मामले में सन लिप्त है क्योंकि जहां सफाई कर्मी को अपनी ड्यूटी पर तैनात होना चाहिए उनका इस धरने से कोई लेना देना नहीं है ना उनके ऊपर कोई आरोप-प्रत्यारोप है उसके बावजूद भी आप वीडियो में देख सकते हैं एक सफाई कर्मी जो अपना नाम राममिलन बताते हुए यह कहा कि हमको भी धरने में सम्मिलित होने के लिए बुलाया गया है तो क्या कारण है आप समझ सकते हैं यदि अधिकारी इस भ्रष्टाचार में संलिप्त है तो क्या निष्पक्ष जांच हो सकती है क्योंकि इस जांच से अधिकारियों का भी गला नफ्ता दिख रहा है धरने पर बैठे प्रधान तथा प्रधान संघ के लोगों ने यह कहा कि यह जांच निराधार गलत है वह कार्य मनरेगा द्वारा मजदूरों से करवाया गया है तो क्या पीड़ित द्वारा वीडियो तथा फोटो जो जेसीबी के टायर का निशान तथा वोकीट का निशान फोटो तथा वीडियो में दिखाया गया है वह गलत है तथा अधिकारियों द्वारा जो जांच रिपोर्ट दी गई है की यह कार्य जेसीबी द्वारा करवाया गया है वह भी गलत है क्या लेखपाल द्वारा जो चक मार्ग का सीमांकन किया गया उसके बावजूद भी प्रधान द्वारा दूसरे के खेत में चक मार्ग पटवा या गया लेखपाल की रिपोर्ट भी गलत है क्या चकमार्ग को पटवा ने में एक तरफ पीड़ित के खेत से जेसीबी द्वारा मिट्टी उठाई गई है वह भी गलत है अब यह देखना है कि विकासखंड के अधिकारियों कर्मचारियों तथा प्रधान को बचाने में कितना सफल होता है प्रधान संघ क्या उच्च अधिकारी विकासखंड पवई के इस प्रकरण से संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बचाने का कार्य करेंगे या फिर निष्पक्ष जांच करवा कर उचित कार्यवाही करेंगे।
पवई पत्रकार की रिपोर्ट