जौनपुर के सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र के बडउर ग्राम सभा में जमीनी विवाद को लेकर के हुई दो पक्षों में मार हुई एक की मौत तीन गंभीर रूप से घायल हमारे देश के वर्तमान सरकार इस वक्त भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी मिटाने के चक्कर में है ताकि गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार देश सेखत्म हो जाए लेकिन गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार खत्म हो जाए हमारे देश के सरकार भ्रष्टाचार्यों और गुंडागर्दियों के घर के ऊपर लगातार बुलडोजर चलाने का काम कर रही है फिर भी आए दिन लोग भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी का शिकार हो रहे हैं लग रहा है कि और तेजी से भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी पनप रहा है सूत्रों के अनुसार पता चला है कि बडउर ग्राम सभा में बीती शनिवार कुछ कांवरिया बड़उर गांव में मिल करके एक जगह पर भंडारा करने का प्लान कर रहे थे वह जमीन विवादित थी इस जमीन में करकट रख करके भंडारा करने का प्लान कर रहे थे कुछ लोग सब्जी लेने मंडी गए थे कुछ लोग बाजार जा करके राशन ले रहे थे कुछ ही लोग घर बच्चे थे जो आपस में भंडारे के लिए इंतजाम कर रहे थे गांव का एक विरोधी लगभग में उसे जमीन के ऊपर 6 महीने से विवाद चल रहा था उसे विरोध ही दें कुछ बाहरी गुंडो को बुला करके और अपने परिवार के नौजवानों को लेकर के एक व्यक्ति जो विकलांग नंदलाल बिंद के ऊपर सात लोगों ने मिलकर के हमला किया पाइप लोगों ने उठा करके पीछे से वार किया उसी जगह पर नंदलाल बिना दम तोड़ दिया जैसे लोग शोरगुल का आवाज सुने बारी-बारी से दौड़ करके आए लोगों ने उनको कभी हमला करना शुरू कर दिया घायल व्यक्तियों का नाम इस प्रकार हैं राधेश्याम बिंद विमल बिन्द दीपचंद बिन्द जो आईसीयू में है ज्ञानचंद बिन्द संजय बिन्द इन लोगों को गंभीर चोटे आई हैं और मरने वालॉ का नाम इस प्रकार है रोहित बिन्द सहित बिन्द और बृजेश बिन्द ग्राम शाहापुर पुत्र कौशल बिन्द कमलेश बिंद शाहापुर सुरेश बिन्द शाहापुर दिनेश बिन्द शाहापुर आकांक्षा पति मोहित इतने लोग मिलकर के जो बाहरी है बरउर ग्राम सभा में आकर के मार किया प्राप्त सूचनाओं के अनुसार पता चला है कि उसे जमीनी विवाद के ऊपर लगभग 1 साल से विवाद चल रहा था विपक्ष के खिलाफ थाने में एप्लीकेशन डालने के बावजूद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती थी लोगों का कहना है कि डीएम एसपी और सीईओ और एसडीएम को भी एप्लीकेशन दिया गया लेकिन इन विपक्षियों के ऊपर कोई भी आज तक कार्रवाई नहीं हुआ गांव वाले बता रहे हैं कि ये लोग गुंडा की सिम को लोग हैं गुंडागर्दी करते हैं डर की वजह से कोई भी व्यक्ति इन लोगों से नहीं बोलता है इसलिए लोग मनमाने हो गए हैं चाहे जिसको यह लोग मरते हैं या गाली दे दें कोई भी मौका पर कार्रवाई नहीं हो पता है पुलिस प्रशासन सोया हुआ है सिर्फ गरीबों और मजदूरों को पुलिस प्रशासन अगर पाती है तो सताती है लेकिन गुंडा और अमीर के पास नहीं जाती है काफी देर से लोग को हर लग रहे थे लेकिन प्रशासन नहीं सुन रही थी साफ तौर से लगता है कि प्रशासन चाह रही थी कि मारपीट हो जाए और कोई मर जाए इस पर प्रशासन तुली थी साथियों में जानना चाहता हूं कि किस पर भरोसा रखा जाए लोक प्रशासन को पर भरोसा रखते हैं आज प्रशासन थी भरोसेमंद नहीं है मैं यही जानना चाहता हूं किसके ऊपर भरोसा रखा जाए ताकि उचित न्याय मिले
पत्रकार मनोज कुमार की रिपोर्ट