एक जगह होने के बाद भी अलग-अलग गुटों में बटे रहे सपाई
जौनपुर- सपा के शीर्ष नेतृत्व के आवाहन पर शनिवार को गृहमंत्री अमितशाह द्वारा बाबा भीमराव आम्बेडकर पर दिये गये बयान के खिलाफ सपाईयों ने कलेक्टेट परिसर में पहुंचकर विरोध प्रर्दशन किया। इस प्रर्दशन में नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने साफ कर दिया कि अब जिले का सपा संगठन दम तोड़ता रहा है।एक तरफ अपेक्षा से काफी कम नेताओ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया वे भी एक जगह एकत्रीत होने के बाद अलग अलग गंुटों में अपने चहेते नेताओं के साथ प्रर्दशन किया। इतना ही नही जिले के तीन सपा के विधायक भी इस महत्वपूर्ण प्रर्दशन में नदारत रहे। जिसकी चर्चा पूरे दिन होती रही।
उत्तर प्रदेश में धरना प्रर्दशन, चक्का जाम समेत हर तरह से विरोध प्रर्दशन करने के मामले में सुविख्यात समाजवादी पार्टी जिले में काफी कमजोर दिखने लगी है। कभी सपा सुर्पीमों के आवाहन पर बोल मुलायम हल्ला बोल के नारे साथ सड़क से लेकर सदन तक आवाज बुलंद करके शासन प्रशासन को हिला देने वाले सपा के सिपाहियों का दमखम अब कमजोर होता दिखाई पड़ रहा है। इसका उदाहरण शनिवार को कलेक्टेªट परिसर में साफ दिखाई दिया। अमितशाह के बयान के विरोध में आयोजित धरना प्रर्दशन में सपा नेताओं कार्यकर्ताओं की संख्या अपेक्षा से काफी कम दिखाई पड़ी जो लोग शामिल हुए उनमें पुराना जोश खरोश नही दिखा। इसमें अधिकांश लोगों के सिर से लाल टोपी गायब रही। प्रर्दशन में मछलीशहर की सांसद प्रिया सरोज ने पूरे दमखम के साथ भागीदारी की लेकिन मछलीशहर की विधायक रागिनी सोनकर नदारत रही। केराकत के विधायक तुफानी सरोज पार्टी के पक्ष में तुफान मचाया तो वही मल्हनी के विधायक लकी यादव, मुंगराबादशाहपुर के विधायक पकंज पटेल लापता रहे। पूर्व विधायक ललई यादव, श्रध्दा यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष राजबहादुर यादव,लालबहादुर यादव, राजनरायण विंद, रामअवध पाल , विकास यादव, राहुल त्रिपाठी श्याम बहादुर पाल समेत अन्य नेताओं ने शिरकत किया। इस प्रर्दशन में शामिल सपा नेता कार्यकर्ता एक जगह होने के बाद भी अलग अलग गुटों प्रर्दशन करते दिखाई पड़े।
कलेक्टेट परिसर में सपाईयों के इस फ्लाप प्रर्दशन को देखकर सभी लोग हैरान थे। कुछ पुराने अधिवक्ताओं व अन्य दलों से जुड़े लोग कह रहे थे कि समाजवादी पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं में अब वो जोश जज्बा नही दिखाई दे रहा है जो उसकी पहचान होती थी।
कुछ सपा सच्चे सिपाहियों ने दबी जुबान जिले के संगठन को दोषी बता रहे थे।