चन्दौली जनपद के नौगढ़ तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत मझगावा के माझी टोला बस्ती में रहने वाले लक्ष्मी गुप्ता के दो बेटे थे और बड़े पुत्र राजेश गुप्ता उम्र लगभग 40 वर्ष व छोटा पुत्र श्याम सुंदर गुप्ता उम्र लगभग 35 वर्ष का सन 2011 में सीआरपीएफ के जवान के तौर पर नियुक्ति होई थी जोकि 21 मई को अपने घर से मिजोरम के लिए रवाना हुआ था और अपनी ड्यूटी के दौरान 29 तारीख को रात में इंसास राइफल से सिर में गोली चला दी जिससे उसका मौके पर ही मौत हो गया इसकी खबर उच्च अधिकारियों द्वारा जब राजेश गुप्ता को फोन के माध्यम से आत्महत्या कि खबर मिला तो पैरों के तले से जमीन खिसक गई और क्षेत्र में कोहराम मच गया जिसकी पार्थिव शरीर आज अपने पैतृक स्थल पर पहुंचा श्याम सुंदर की पत्नी राधा देवी रो रो कर के बेहाल हो चुकी थी उसका इकलौता बेटा अंश यह नहीं समझ पा रहा था की तिरंगा में लिपटे हमारे पिता हैं या कोई और वही श्याम सुंदर की माता कल्याणी देवी संदूक खोलते ही टूट पड़ी भाई राजेश गुप्ता अपने आपको धैर्य बांधते रहे।
सीआरपीएफ के जवानों का एवं सब इंस्पेक्टर जेडी पन्नालाल के के नेतृत्व में मिजोरम से बाबतपुर स्टेशन पहुंचा वही महेंद्र कुमार सिंह एडिशनल सीआरपीएफ के जवानों ने बाबतपुर से रिसीव कर उनके पैतृक स्थल पर पहुंचाया गया सोनभद्र नौगढ के बॉर्डर पर पहले से तैनात नौगढ़ थाना प्रभारी दीनदयाल पांडे और सटे चकरघट्टा सीमावर्ती पर पहले से तैनात थाना प्रभारी अलख नारायण सभी स्टाफ के लोग मिलकर के श्याम सुंदर गुप्ता सीआरपीएफ 225 यान बटालियन के सुसाइड जवान को परिजनों से सन्दुक खुलवा कर मुलाकात कराया गया इस मौके पर नक्सल सिओ रघुराज प्रताप उपस्थित रहे और क्षेत्र के गांव देखने को लेकर लगी भारी भीड़।
नौगढ़ तहसील संवाददाता विनोद कुमार पाल की रिपोर्ट
            
		










