सहजानंद महाविद्यालय में शिक्षक दिवस पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया

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गाजीपुर। जनपद मे स्थित स्वामी सहजानन्द महाविद्यालय में गुरुवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों और कर्मचारी के सम्मान में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सम्मान समारोह में महाविद्यालय के पूर्व-प्राचार्य मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. रामनगीना यादव, अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय राय एवं कर्मचारी बाँके राम को महाविद्यालय के प्राचार्य व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रमाकांत राय शर्मा ने अंगवस्त्रम् एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। प्रो. विलोक सिंह सहित महाविद्यालय परिवार ने सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं कर्मचारी की सेवानिष्ठा व समर्पण को याद किया तथा उनके सुखद भविष्य की कामना की। इस अवसर पर “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का व्यक्तित्व और कृतित्व” विषय पर एक संगोष्ठी भी सम्पन्न हुई, जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों से आये कई विद्वान वक्ताओं ने भारत के द्वितीय राष्ट्रपति, दार्शनिक एवं शिक्षाविद डॉ. राधाकृष्णन के जीवन-दर्शन और व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। पीजी कालेज के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार दुबे ने कहा, कि हम राधाकृष्णन तो नहीं बन सकते किन्तु उनके दिखाए मार्ग पर चलकर राष्ट्र और समाज के प्रति अपनी सार्थक भूमिका का निर्वाह कर सकते हैं। प्रो. अमरनाथ तिवारी ने कहा, कि शिक्षक वह नहीं है, जो स्वयं को शिक्षक समझे। अपने को शिष्य समझकर निरन्तर सीखते रहने वाला ही अच्छा शिक्षक कहे जाने योग्य है। पीजी कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. अशोक सिंह ने कहा, कि शिक्षक का मूल्यांकन समाज करता है। वह समाज में अपनी गरिमा को तभी बरकरार रख सकेगा, जब वह शिक्षक-धर्म का पालन पूरी निष्ठा से करे। प्रो. युधिष्ठिर तिवारी ने बताया, कि मूल्याधारित शिक्षा द्वारा ही समाज को राधाकृष्णन जैसा असाधारण व्यक्तित्व मिल सकता है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व महामंत्री प्रो. बद्रीनाथ सिंह ने कहा, कि शिक्षकों को स्वयं ऐसे व्यक्तित्व का निर्माण करना चाहिए जो छात्रों के लिए अनुकरणीय हो। संगोष्ठी में महाविद्यालय के डॉ. राकेश पांडेय, डॉ. निवेदिता सिंह, डॉ. राजेश गुप्ता ने राधाकृष्णन जी के विराट व्यक्तित्त्व, शिक्षकत्व, मननशीलता, वैदुष्य और प्रासंगिकता पर अपने उद्गार व्यक्त किये। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रमाकांत राय शर्मा ने कहा, कि राधाकृष्णन जी हमारे आदर्श हैं। उन्होंने शिक्षक के गौरव को बहुत उच्च सोपान तक पहुँचाया था। विभिन्न उच्च पदों पर रहते हुए भी उन्होंने स्वयं को शिक्षक कहने में गौरव की अनुभूति की। इससे पूर्व सम्मान समारोह के सहभागियों का स्वागत प्राचार्य प्रो. वीके राय ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संगोष्ठी संयोजक पूविवि कला संकाय डीन प्रो. ए एन राय ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ. कृष्णानन्द चतुर्वेदी, रामधारी राम, संजय राय, वीके ओझा, श्याम नारायण राय, अवधेश पांडेय, सतीश पांडेय, सतीश राय, नितिन राय, सन्ने सिंह, अजय सिंह, कुशल पाल नित्यानंद राय कंचन सिंह, विभा राय, अभय नारायण, महेंद्र, मोहन पाल आदि शिक्षक एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। मंच संचालन डॉ. प्रमोद कुमार अनंग ने किया।

जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर

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