शाहगंज(जौनपुर)
स्थानीय बाजार सहित विकास खण्ड क्षेत्र में मिलावटी खाद्य पदार्थों से निर्मित मिठाइयों की भरमार हो गई है। केमिकल के प्रयोग से आकर्षक दिख रही मिठाइयां स्वास्थ्य के लिये खतरा बन रही है। इससे सावधान रहने के साथ ही लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। होली त्योहार को देखते हुए मिठाई कारखाना चलाने वाले कारोबारियों द्वारा बड़े पैमाने पर नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थो से तैयार मिठाइयां खुलेआम दुकानों पर सप्लाई की गयी थी। आज भी वही मिठाइयां पट्टीनरेन्द्रपुर, रामनगर, रूधौली, सरायमोहिउद्दीनपुर आदि बाजार धड़ल्ले से बेची जा रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग त्योहारों पर दो-चार दुकानदारों का नमूना लेकर अपने कर्त्तव्यों की इतिश्री कर लेता है। स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार शिकायत करने पर भी स्थानीय खाद्य निरीक्षक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। परिणामस्वरूप बाजारों में धड़ल्ले से केमिकल युक्त नकली मिठाई बेची जा रही है। भोली—भाली जनता पैसा देकर अपना स्वास्थ्य खराब कर रही है। बाजार में नकली मिठाइयों का आलम यह है कि खोया-छेना के साथ ही नकली बूंदी के लड्डुओं की भी भरमार है। इस सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डा. विक्रान्त गुप्ता ने बताया कि नकली मिठाई स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इसके प्रयोग से जहां लीवर संक्रमण, डायरिया, अपच जैसे रोग होते है। वहीं केमिकल युक्त मिठाइयों से कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी होने का खतरा रहता है