मुख्य अतिथि रहे मूल निवासी संघ के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष ई०साहेब लाल
जपटापुर(जौनपुर)
जिले के शाहगंज तहसील अंतर्गत ग्राम जपटापुर में बुधवार को भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती बड़े ही भव्य और श्रद्धापूर्ण वातावरण में मनाई गई। आयोजन में ग्रामवासियों सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और बाबा साहेब को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह प्रभात फेरी के साथ हुई जिसमें गांव के बच्चे, युवा और बुजुर्ग हाथों में तख्तियां, बैनर और अम्बेडकर जी की तस्वीरें लिए नारे लगाते हुए गांव की गलियों से गुजरे। “जय भीम”, “अम्बेडकर अमर रहें” जैसे नारों से पूरा गांव गूंज उठा।
मुख्य अतिथि के रूप में मूल निवासी संघ के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष साहेब लाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “डॉ. अम्बेडकर ने न केवल संविधान का निर्माण किया, बल्कि समाज के वंचित तबके को अधिकार दिलाने के लिए जीवनभर संघर्ष किया। आज हमें उनके विचारों को अपनाने की आवश्यकता है, ताकि एक समतामूलक समाज का निर्माण हो सके।”
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पी. पी. आई. डी. उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मिठाई लाल ,
पी. पी. आई. डी. वित्त सचिव उत्तर प्रदेश पलक धारी , पी. पी. आई. डी. जिलाअध्यक्ष जौनपुर बदरे आलम , पी. पी. आई. डी. महिला विंग अध्यक्ष जौनपुर, शालू चौहान भी उपस्थित रहे।
पी. पी. आई. डी. उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मिठाई लाल ने कहा कि “अम्बेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं, एक विचारधारा हैं। उनका जीवन संघर्ष, शिक्षा और सामाजिक न्याय की मिसाल है। युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए आगे आना चाहिए।”
इसके बाद गांव के युवाओं और बच्चों द्वारा बाबा साहेब पर गीत, भाषण और कविता प्रस्तुत की गईं, जिनमें बाबा साहेब के विचारों को जीवंत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने माहौल को भावनात्मक और प्रेरणादायक बना दिया।
डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर सभी ने उन्हें नमन किया। आयोजन स्थल को रंग-बिरंगे झंडों, फूलों और अम्बेडकर जी के चित्रों से सजाया गया था, जिससे पूरा परिसर उत्सव जैसा प्रतीत हो रहा था।
कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण और सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ग्रामीणों ने सहभागिता की। आयोजन समिति ने सभी अतिथियों और सहयोगियों का आभार प्रकट किया और इसे हर वर्ष और भव्य रूप में मनाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर कई सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, ग्रामीण बुजुर्ग और युवा उपस्थित रहे। आयोजन की सफलता में गांव के युवाओं की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही।