आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर नया की गुहार लगाने पहुंचे पीड़ित लल्लन पुत्र झंगा ग्राम सोनपार थाना-मुबारकपुर, ने बताया की हम पीड़ित के आराजी नेजाई 370 व विपक्षी का आराजी नेजाई 371 से सम्बन्धित विवाद चकबन्दी न्यायालय व राजस्व न्यायालय में चल रहा है जो वर्तमान समय में लन्बित है व उसी भूमि के विवाद को लेकर हम पीड़ित व विपक्षी रामअवध, राभनयल व राजेश पुत्रगण रामनरायन निवासी सोनपार से आये दिन विवाद हो रहा है। किसी दिन जमीन की जोताई को लेकर तो किसी दिन जमीन के बोवाई को लेकर, किसी दिन पानी की भराई को लेकर विवाद हो जा रहा है। अभी हाल में ही विपक्षी द्वारा एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से पैमाइश कराया गया, जिस पर हमारे द्वारा विरोध किया गया व उसके एक दिन बाद दिनांक 10.06.2024 को उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा आदेश पारित किया गया कि जब तक अन्तिम आदेश नहीं हो जायेगा तब तक कोई पैमाइश नहीं होगी, लेकिन दिनांक 14.06.2024 को दोनों पक्ष की 151 में चालान हुई व उपजिलाधिकारी महोदय के यहाँ आने के बाद दोनों पक्ष में तर्क-वितर्क हुआ व उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा बताया गया कि दोनों पक्ष को जेल भेजा जायेगा तो काफी तर्क-वितर्क के बाद दोनों पक्ष में आपसी सुलह हुआ कि जब तक राजस्व व चकबन्दी न्यायालय में बाद लम्बित रहेगा तब तक कोई पक्ष उक्त भूमि पर किसी प्रकार का निर्माण व कृषि कार्य नहीं करेगा, लेकिन विपक्षी द्वारा दिनांक 18.06.2024 को पुनः उक्त भूमि में पानी भरा गया है, जिसको लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है व 112 नम्बर को बुलाया गया तो विवाद हल हुआ है, लेकिन थाना के आला अधिकारी उक्त विवाद पर किसी प्रकार का विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है और आये दिन कोई न कोई प्रक्रिया व विवाद उत्पन्न हो रहा है। ऐसी दशा में हम पीड़ित के साथ किसी भी समय अप्रिय घटना घट सकती है व अनहोनी हो सकती है, क्योंकि लगभग एक सप्ताह से प्रतिदिन कुछ न कुछ विवाद मौके पर हो रहा है। किसी भी समय यह प्रबल सम्भावना है कि कोई अप्रिय घटना घट सकती है। ऐसी दशा में समय रहते विधिक व कानूनी कार्यवाही किया जाना अतिआवश्यक है। उपरोक्त तथ्यों को गम्भीरता से संज्ञान में लेते हुए मौके की जाँच कर विधिक व कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की, जिससे घटना को घटित होने से रोका जाय व मौके पर शान्ती बनी रहे।