बैठक में पसमांदा समाज को देश का प्रभावशाली समाज बनाने के लिए ठोस कदम उठाने पर गंभीर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता आलमगीर शाह ने की, जबकि डॉ. शाद अंसारी ने इसका संचालन किया।
जिलाध्यक्ष एवं जिला योजना समिति सभासद मोहम्मद अफजल ने कहा कि संगठन पिछड़े, दलित और शोषितों के हितों के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने समाज के कमजोर वर्ग के लोगों से संगठन से जुड़कर अपनी लड़ाई लड़ने का आह्वान किया।
बेलाल अहमद इदरिसी ने कहा कि देश में सबसे खस्ता हालत दबे-कुचले मुसलमानों की है। उन्होंने मुस्लिम जनप्रतिनिधियों से राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण की मांग उठाने का आग्रह किया।
नसीरुद्दीन अंसारी ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हर क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इसका नेतृत्व करने वाली शक्तियों ने ईमानदारी नहीं बरती जिसके कारण यह समाज कर्मवादी सोच के बजाय भाग्यवादी जीवन मूल्यों का शिकार हो गया।
इस अवसर पर रेयाज अहमद अंसारी, इसरार अहमद अंसारी, मोहम्मद हनीफ, मोहम्मद आशिफ, नदीम खान, मिन्हाज अंसारी, इरशाद अहमद, शोहराब, किस्मत अली, नियाज अहमद अंसारी आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
Reporting by SK Sharma Azamgarh