रिपोर्ट सिद्धेश्वर शर्मा आजमगढ़
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज आजमगढ़ जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने चिकित्सा शिक्षा पर काम करने और जिले को नशा मुक्त बनाने पर जोर दिया।बैठक से पहले राज्यपाल ने हरिऔध कला केंद्र में आंगनबाड़ी केंद्रों पर संसाधन किट और बच्चों को हेल्थ किट वितरित किए। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों को और बेहतर बनाने और बच्चों को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए कहा।राज्यपाल ने अधिकारियों को जिले में शराब बनाने पर रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को अपने-अपने विभागों में और बेहतर ढंग से काम करने की नसीहत दी।दहेज प्रथा को बंद करने की अपील करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दहेज के कारण लड़कियों को मारा-पीटा जाता है और उनका शोषण किया जाता है। उन्होंने बाल विवाह पर भी पुलिस को नजर रखने के लिए कहा।राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। यह तभी संभव है जब हम सभी अपने बच्चों को शिक्षा देंगे। उन्होंने कहा कि भारत तभी विकसित होगा जब हमारा समाज टीबी मुक्त होगा।राज्यपाल ने मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि एक बड़े सभागार में कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चियों को आमंत्रित करें और उन्हें दहेज प्रथा, महिला उत्पीड़न, नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह जैसे मुद्दों पर खुलकर बोलने का अवसर दें।उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत लाभार्थियों को दिए गए ऋण का फीडबैक लेने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।इस अवसर पर राज्यपाल ने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए प्री-स्कूल किट वितरित किए।बैठक में बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।