गाजीपुर। थाना कासिमाबाद पुलिस ने अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत दो अभियुक्तों को किया गिरफ्तार। इनमें से एक अभियुक्त बादल यादव पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना कासिमाबाद पुलिस टीम प्रभारी निरीक्षक नंद कुमार तिवारी के नेतृत्व में अभियुक्त बादल यादव द्वारा बताए गए स्थान पर हथियार बरामदगी के लिए कासिमाबाद-मऊ रोड पर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निकट टोडार जाने वाले तिराहे पर पहुंची। अभियुक्त ने गाड़ी रोकने का इशारा किया, लेकिन जैसे ही गाड़ी धीमी हुई, बादल ने पुलिस को धक्का देकर ग्राम टोडार की ओर भागना शुरू कर दिया। पुलिस ने पीछा किया तो अभियुक्त ने गिब-वे बोर्ड के पास घास-सारपत में छिपाए तमंचा और कारतूस निकाले। और ललकारते हुए जान से मारने की नीयत से एक फायर किया। पुलिस ने आत्मरक्षा में संतुलित फायरिंग की, जिसमें बादल के पैर में गोली लग गई। उसके कब्जे से एक तमंचा .315 बोर और दो खोखा कारतूस .315 बोर बरामद हुए। घायल अभियुक्त को तत्काल इलाज के लिए सीएचसी कासिमाबाद भेज दिया गया है। आपको बता दे, कि 28 सितंबर 2025 को पीड़ित प्रदीप यादव पुत्र राम नगीना यादव, ग्राम शाहबाजपुर, पोस्ट कासिमाबाद ने बताया कि, उसके पास एक जेसीबी मशीन है। आरोपी दिव्यांशु उर्फ जिलाजीत ने इसे देखकर पहले 28 हजार रुपये रंगदारी वसूल ली। इसके बाद मोबाइल पर बार-बार धमकियां मिलीं। 27 सितंबर 2025 को रात लगभग 7:30 बजे महडौर से घर लौटते समय परजीपाह पहुंचने पर अभियुक्तों जिलाजीत उर्फ दिव्यांशु पुत्र इंद्रासन यादव, निवासी राजापुर कला, थाना कासिमाबाद, गाजीपुर, बादल यादव पुत्र रामाशीष यादव, निवासी साद्दोपुर, थाना करीमुद्दीनपुर, गाजीपुर, आदि ने उसे रोक लिया। कनपटी पर पिस्टल सटाकर 1 लाख रुपये की मांग की और जान से मारने की धमकी देने लगे। तभी और लोगों को आते देखकर आरोपी भाग गए। जिसके खिलाफ थाना कासिमाबाद मे मुकदमा संख्या 365/25 धारा 308(5)/351(3) बीएनएस से संबंधित दर्ज कर दोनों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन हथियार बरामदगी के दौरान यह घटना घटी। पुलिस मुठभेड़ में अभियुक्त बादल के पैर में गोली लगी। मुठभेड़ और बरामदगी के संबंध में अभियोग दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर