आजमगढ़ निजामाबाद तहसील अन्तर्गत ओहदारीपुर में मंगलवार को सम्राट अशोक धम्म विजय दशमी महापर्व व बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया। बौद्ध भिक्षु ने अनुयायियों को त्रिशरण एवं पंचशील ग्रहण कराई। कार्यक्रम में सम्राट अशोक एवं बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें याद किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद डा० बलिराम ने कहा कि 261 ईसा पूर्व सम्राट अशोक ने कलिग युद्ध जीता और दस दिनों तक विजयोत्सव मनाने की योजना बनाई, लेकिन बौद्ध भिक्षु के साथ युद्ध स्थल पर भीषण नरसंहार देखकर सम्राट अशोक का मन द्रवित हो उठा, तब उन्होंने भविष्य में युद्ध न करने का फैसला लिया। कलिग युद्ध के बाद विजय दिवस मनाने के बजाय हिसा पर अहिसा की विजय का पर्व दस दिन मनाया और इसके बाद प्रत्येक वर्ष सम्राट अशोक विजय दशमी पर्व के रूप में मनाया जाने लगा। बुद्ध बिहार समित के प्रबंधक उदय राज गौतम ने कहा कि हम सभी को सम्राट अशोक व बाबा साहब के बताए आदर्शों पर चलना चाहिए, तभी इनके उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बुद्ध विहार के समिति के अध्यक्ष बसंत लाल पहलवान ने आए हुए सभी अतिथियों को आभार प्रकट किया
वहा पर , विधान सभा अध्यक्ष पूजन राम, ध्यानचंद महा प्रधान, वीरेंद्र,अनिल कुमार, जयप्रकाश, जगत, अनिल बौद्ध, मदन, शील प्रताप सिंह, धम्म प्रताप सिंह, कमलेश, रामदास, वंशराज, सीताराम, गौरीशंकर, बाबूलाल, राजकुमार, प्रेमनारायण, राजमन, धर्मेंद्र, केशराम, फूलचंद,, रमेश, राममिलन, रामराज, दिलीप व दिनेश आदि मौजूद रहे।