चार-पांच हजार रूपए के लिए जहर देकर उतारा मौत के घाट

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गाजीपुर। सादात थानाक्षेत्र के मिर्जापुर में एक युवक को आनलाईन पेंसिल पैकिंग से 30 हजार रूपए महीने की नौकरी देने के नाम पर साइबर ठगों ने जहर देकर उसकी जान ले ली। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक के परिजनो ने थाने में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार सादात के कुआंटी निवासी 18 वर्षीय राहुल पांडेय अंकित अपने मां-बाप का इकलौता पुत्र था और उसकी एक छोटी बहन उजाला है। उसके पिता जितेंद्र पांडेय मुंबई में एक कपड़ा कंपनी में काम करते थे, उनका पुत्र भी उनके साथ मुंबई में ही रहता था। बीते 5 माह पूर्व वह पिता के संग घर आया था, और तब से यहीं पर था। घर पर बैठकर बोर होने के चलते वो फेसबुक आदि पर वीडियो देखकर काम आदि की तलाश करता था। तभी उसे फेसबुक पर हिंदुस्तान पेंसिल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से एक वीडियो दिखा, जिसमें बताया गया, कि उसे घर बैठकर ही नटराज, अप्सरा, सिनो आदि कंपनी की पेंसिलों व स्टेशनरी के सामान को डिब्बे में पैक करना होगा, जिसके बदले में कंपनी 30 हजार रूपए का मासिक वेतन देगी। उस पर दिए गए नंबर पर फोन करने के बाद इसी चक्कर में उसने ऑनलाइन ही आवेदन कर दिया। जिसके बदले उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर ऑनलाइन ही आधार कार्ड, फोटो व 650 रूपए लिए गए और उसे ऑनलाइन पहचान पत्र भी दे दिया। रूपए लेने के बाद अपराधियों ने कहा, कि जल्द ही उसे कंपनी द्वारा पैकिंग किए जाने वाली सभी सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी। इस बीच आज शुक्रवार को किसी विपिन गुप्ता ने फोन करके बताया, कि उसका सामान आ गया है, जिसपर राहुल ने अपने घर का पता देकर घर पर बुलाया। लेकिन दूसरी तरफ से कहा गया,  कि वहां नहीं आ सकता। आप 4 हजार रूपए नकद लेकर मिर्जापुर में आईए। वहां से वो साइकिल चलाकर पास के ही गांव मिर्जापुर पहुंचा। मृतक की मां मिथिलेश देवी ने रोते हुए बताया, कि दोपहर 12 बजे तक राहुल से बात हुई, फिर बात नहीं हुई। किसी ने फोन करके बताया, कि राहुल अचेत हाल में मिर्जापुर से काफी दूर मंगारी के पास सुनसान स्थान पर गिरा पड़ा है। जिसके बाद परिजन रोते बिलखते पहुंचे तो उसके मुंह से झाग निकल रहा था। परिजन आनन फानन में उसे लेकर सैदपुर सीएचसी आए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। बहन सहित मां व पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। मां व बहन बार-बार रोकर कह रही थीं कि उन्हें पता होता, तो वो उसे नहीं जाने देतीं। उनका कहना है, कि उससे 4 हजार रूपया लूटकर उसे बुलाने वाले ने ही जहर खिला दिया है। जिसके चलते उसकी मौत हुई है।

जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर

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