इंस्पेक्टर अशनी कुमार की पत्नी रत्नेश वर्मा ने कांस्टेबल कविता श्रीवास्तव पर लगाया गंभीर आरोप

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गाजीपुर। जनपद मे तैनात हेड कांस्टेबल कविता श्रीवास्तव पर सब इंस्पेक्टर अशनी कुमार की पत्नी रत्नेश वर्मा ने लगाया गंभीर आरोप। आपको बताते चले की आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सब इंस्पेक्टर अशनी कुमार की पत्नी रत्नेश वर्मा व उनके बच्चे एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाए की गाजीपुर पुलिसें लाइन मे तैनात हेड कांस्टेबल कविता श्रीवास्तव व उनके पति के बीच लगभग 15 साल से अवैध संबंध है। जिसके चलते उनके परिवार में कलह हो रहा है तथा पूरा परिवार मानसिक रूप से तनाव में है। आपको बता दे की प्रयागराज की ट्रांसपोर्ट नगर निवासी रत्नेश वर्मा ने बताया कि पिछले कई सालों से वाराणसी के फुलवरिया में डिफेंस कॉलोनी में अपने बच्चों के साथ रहती हैं। इसी बीच पुलिस विभाग में तैनात तलाकशुदा कविता श्रीवास्तव ने उनके पति असनी कुमार से नजदीकियां बढ़ाली व मेरे पति को अपने जाल में फंसा लिया और आर्थिक व शारीरिक शोषण करने लगी। इसकी जानकारी होने पर परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया परंतु दबंग प्रवृत्ति की होने के चलते कविता श्रीवास्तव ने उनके परिवार के लोगों को फोन पर धमकी देना शुरू कर दिया। इस घटना के चलते परिवार के लोग काफी सदमे में है। इसी संदर्भ में गाजीपुर पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाने आई हूं। एसपी ने जल्द मामले की जांच करने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आज मीडिया के सामने असनी कुमार की पत्नी रत्नेश वर्मा ने बताया कि यह मामला 2007 से चला आ रहा है जब मेरे पति लखनऊ के रेडियो विभाग में तैनात थे। उसी समय चंदौली के महिला थाने में कार्यरत महिला सिपाही कविता श्रीवास्तव से उनकी मुलाकात हुई और इस समय से इन लोगों का प्रेम प्रसंग चला चला आ रहा है। जो की कविता श्रीवास्तव का भी अपना परिवार है। इस प्रकरण में कविता श्रीवास्तव की बेटी भी लिप्त है। जब इसका विरोध कविता श्रीवास्तव के दामाद ने किया तब उसे जान से मरवाने की साजिश कविता श्रीवास्तव उसकी लड़की व मेरे पति रचाने लगे। विशेष सूत्रों से जानकारी होने के बाद आज मैं गाजीपुर एसपी ओमवीर सिंह से मिलने आई और प्रार्थना पत्र के माध्यम से उन्हें पूरी जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस पर कार्यवाही की जाएगी। जब देश के रक्षक ही ऐसे कार्यों में लिप्त रहेंगे तो आम जनता का क्या रख रखाव करेंगे। लिहाजा ऐसे कांस्टेबल को बर्खास्त कर इस पर कठोर से कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

जय प्रकाश चन्द्रा, ब्यूरो चीफ, गाजीपुर

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