सामाजिक न्याय महासम्मेलन बहुजनों की एकता का दे गया संदेश पाखंडवाद ,धार्मिक उन्माद ,ईवीएम पर वक्ताओं ने जमकर बोला हमला संविधान को बचाने के लिए शिक्षा पर दिया गया जोर

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कादीपुर/सुलतानपुर
सुलतानपुर जिले में रविवार 15 दिसंबर को शहर के तिकोनिया पार्क में एक दिवसीय सामाजिक न्याय महासम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। भारतीय संविधान एवं वर्तमान चुनौतियां एक व्यापक विमर्श’ विषय पर बुद्धिजीवियों ने अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया।सम्मेलन में वक्ताओं ने बहुजनों की एकता का संदेश दिया। पाखंडवाद ,धार्मिक उन्माद ,ईवीएम पर वक्ताओं ने जमकर हमला बोला तथा
संविधान को बचाने के लिए शिक्षा पर जोर देते हुए एकजुटता का आह्वाहन किया।
कार्यक्रम को सर्वप्रथम संदीप कुमार (प्रोफेसर दिल्ली विश्वविद्यालय) ने संबोधित किया। शिक्षा पर बल देते हुए उन्होंनेप्रोफेसर सन्दीप ने कोलेजियम सिस्टम और लेटरल भर्ती पर सवाल उठाकर वंचित वर्ग की वकालत किया।उन्होंने कहा कि समानता का दर्जा और शिक्षा से ही देश प्रदेश आगे बढ़ता है। बहुजनों को एकजुटता का पाठ पढाया। अवधेश कुमार (अध्यक्ष राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद, लखनऊ) ने आरक्षण और निजीकरण पर हमला बोला। कहाकि एक तरफ मौजूदा सरकार “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” का नारा दे रही है, वहीं दूसरी तरफ आरक्षण समाप्त करने के लिए जातियों में वर्गीकरण किया जा रहा है। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियों से सावधान रहने की जरूरत है। प्रख्यात पत्रकार नीरज पटेल ने ओजपूर्ण शैली में पाखंडवाद और अंधविश्वास पर तीखा प्रहार किया। कहाकि सामाजिक न्याय महासम्मेलन का असली मकसद तभी सफल होगा, जब यहां शामिल बहुजन लोग आपस में रोटी-बेटी का संबंध जोडेोंगे। मुख्य वक्ता लेखक एवं चिंतक डॉ. लक्ष्मण यादव ने अपरोक्ष रूप से भाजपा सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा किया। लोगों से कहाकि मनुवादी और सामंतवादी विचाराधारा वाले लोगों से हमे सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने चेताया कि वोट में चोरी करके जिस तरह मतदान करने से रोका जा रहा है। अगर यही हालत बनी रही तो वर्ष 2027 के बाद 1990 से पहले का वह दौर लौट आएगा। जिसमें चारपाई तो रहेगी लेकिन बहुजनों को बैठने का हक नहीं मिलेगा ।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक चिंतक लौटनराम निषाद, डा. रविकांत प्रोफेसर लखनऊ विश्वविद्यालय आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. राजकरन ने किया। इस मौके पर सुनील कुमार यादव, राममूरत मौर्य राधेकान्त यादव,सुरेश चंद्र वर्मा, जीशान अहमद, ओपी चौधरी, हौंसिला प्रसाद भीम, रमेश चंद्रा, डा. सुभाष गौतम, डॉ जयभीम बौद्ध, श्यामलाल निषाद, पूर्व विधायक सफदर रजा, किसान नेता हृदयराम वर्मा, वीरेंद्र मौर्य, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पृथवीपाल यादव आदि हजारों लोग मौजूद रहे। तिकोनिया पार्क के इर्द-गिर्द बहुजन समाज में जन्मे 84 महापुरुषों की तस्वीर लगाई गई थी। इसके पूर्व मिशनरी गायक सागर जौनपुरी ने अपनी मंडली के साथ बहुजनों को जगाने का कार्य किया। कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने विशालकाय संविधान की कट आउट बोर्ड पर के सामने खड़े होकर सेल्फी भी ली और बहुजन एकता की क्रांति से संबंधित किताबों की खरीदारी भी की गई।

के मास न्यूज कादीपुर

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