फरिहा,आजमगढ़/फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
अस्पताल की टूटी दीवार से आवारा लड़कों के साथ साथ जानवरों का भी आना जाना
सपा सरकार द्वारा लगभग 50 लाख की लागत से सन 2006 में बना अस्पताल अपनी दुर्दशा पर बहा रहा आंसू परिसर में गंदगी का अंबार
आजमगढ़ विकासखंड रानी की सराय के ग्रामसभा फरिहा के नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत डॉ बेलाल अहमद कार्य पर तो आए ,और लगभग 7 मरीजों को देखें, समय 10:45 बजे बिना किसी लिखित सूचना के अपने कच्छ में ताला बंद करके निजी कार्य से कहीं चले गए आए हुए मरीजों को फार्मासिस्ट धर्मेंद्र कुमार शर्मा दवा देते पाए गए
डॉ बेलाल के साथ ही स्टाफ नर्स पूजा कुमारी भी समय से पहले ही चली गई
उपस्थित कर्मचारियों में सफाई कर्मी यूनुस खान ,स्टाफ नर्स सर्वेंद्र उपाध्याय मिले
लगभग 11:00 तक 12 मरीज आए थे
दवा लेने आई गीता देवी उम्र 25 वर्ष निवासी फरिहा ने बताया कि अस्पताल परिसर की नल लगभग 5 महीनों से खराब है ,पानी की बहुत असुविधा है वनगांव निवासी 72 वर्षीय बनसू यादव कान और खुजली की दवा लेने आए थे उन्होंने बताया कि, कुछ दवाएं यहां नहीं मिलती है जिसकी वजह से परेशानी है.l
फॉर्म्सट्रेस धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ दवाओं को छोड़कर ज्यादातर दवाएं हमारे यहां उपलब्ध हैं और नल के बारे में बताया कि कई बार शिकायत जलकल विभाग में की गई है लेकिन अब तक नल नहीं बन सकी
अस्पताल परिसर में गंदगी की भरमार है अस्पताल के अंदर ही खुला नाला बह रहा है. बाउंड्री वॉल आगे से टूट कर गिर रही है
परिसर में रखी लोहे की अलमारी बिल्कुल जीर्ण जीर्ण शीर्ण अवस्था में मिली वही दवा लेने आई दिव्या ने बताया कि डॉक्टर समय से उपस्थित नहीं रहते हैं जिससे परेशानी है मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नॉट रिचेबल बता रहा था
फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
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