प्रधानाध्यापिका के द्वारा किया जा रहा अमानवीय कृत्य अभिभावकों ने लगाया उच्च अधिकारियों सहित मुख्यमंत्री से गुहार

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करौंदी कलां /कादीपुर

सरकार के द्वारा लगाए गए सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के नारों के की धज्जियां उड़ाती उच्च प्राथमिक विद्यालय नरायन पुर नागनाथ पुर की प्रधानाध्यापिका ने सुमन उपाध्याय ने अमानवीय कृत्य के साथ सरकार के द्वारा हिंदू राष्ट्र बनाने के सपने को भी ध्वस्त करने का काम किया जा रहा है।
ऐसा आरोप ग्राम पंचायत नारायनपुर नागनाथ पुर शिक्षा क्षेत्र करौंदी कलां तहसील कादीपुर जनपद सुलतानपुर के ग्रामीणों व अभिभावकों के द्वारा प्रधानाध्यापिका सुमन उपाध्याय के ऊपर लगाया गया है। अभिभावक ऑन के द्वारा लगाए गए आप के अनुसार प्रधानाध्यापिका सुमन उपाध्याय अपने जातीय अभिमान के कारण एससी, एसटी,ओबीसी, तथा मायनार्टी के छात्रों के साथ जातिगत व्यवहार करती है। हैंडपंप को छूने पर हैंडपंप को वाशिंग पाउडर से धुलवाती है। बच्चों के मिड डे मील के लिए बर्तन घर से मंगवाती है। तथा बात बात उनको जाति सूचक बातें कह कर अपमानित करती है जिससे बच्चों क मन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस नफरती एवं नकारात्मक प्रभाव के चलते अन्य अच्छे अध्यापकों के सम्मान भी प्रभावित होता है।
यही नहीं ग्रामीणों, अभिभावकों के द्वारा लगाए गए इस आरोप का सहायक अध्यापक ने भी समर्थन किया है।
अभिभावकों, ग्रामीणों तथा सहायक अध्यापक ने प्रधानाध्यापिका सुमन उपाध्याय पर निम्न बिंदुओं के साथ आरोप लगाया है।
1- प्रधानाध्यापिका सुमन उपाध्याय के द्वारा एससी, एसटी ओबीसी तथा मुस्लिम वर्ग के अध्ययनरत बच्चों के साथ जातीय भेदभाव छुआछूत किया जाता है तथा हैंड पंप बाल्टी ताला चाभी आदि सामान छूने पर सामान को वाशिंग पाउडर से डलवाया जाता है ।
2-उपरोक्त बिरादरी के बच्चों को मिड डे मील के समय अलग-अलग लाइन में बैठाया जाति के अनुसार बैठाया जाता है तथा उनसे बर्तन घर से मंगवाया जाता है।
3-सबसे बड़ा आरोप कि प्रधानाध्य के द्वारा अन्य विद्यालयों के बच्चों का नाम अपने रजिस्टर में अंकित कर उनके हिस्से का मिड डे मील का राशन गबन कर लिया जाता है।
4- बच्चों को मिड डे मील के मीनू के अनुसार भोजन तथा फल दूध आदि नहीं दिया जाता है और मिड डे मील का भोजन पकाने के लिए में राशन में कमी की जाती है।
5- शासन के द्वारा विद्यालय के लिए निर्गत कम्पोजिट ग्रान्ट 2021-22, 2022-23 2023-24 का सम्पूर्ण धन राशि प्रधानाध्यापिका के द्वारा गबन कर लिया गया है।
6- प्रधानाध्यापिका का निवास स्थान ग्राम चतुर्भुज पुर कार्यरत विद्यालय नरायन पुर नागनाथ पुर दोनों आस पास ही है शुरू से एक ही जगह कार्यरत है, जिसके स्थानांतरण की मांग ग्रामीणों अभिभावकों के द्वारा शासन से की गई है।
7- ग्रामीणों , अभिभावकों के अनुसार प्रधानाध्यापिका ने कोरोना महामारी के समय निर्गत परिवर्तन लागत धनराशि बच्चों के खाते में न भेज कर स्वयं गबन कर लिया गया है।
उपरोक्त बिंदुओं पर शासन का ध्यान आकर्षित कराते हुए अभिभावकों, ग्रामीणों द्वारा जांच कर उचित कार्रवाई की मांग शासन से की गई है।
उचित कार्रवाई के लिए ग्रामीणों, अभिभावकों के द्वारा निम्नलिखित अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया है ।
शिक्षा महा निदेशक उ०प्र० शासन लखनऊ ।
मुख्य शिक्षा विभाग लखनऊ।
मंडलायुक्त अयोध्या मंडल।
सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक अयोध्या मंडल।
जिलाधिकारी सुल्तानपुर ।
जिलाधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी सुल्तानपुर ।
पीड़ित अभिभावकों, ग्रामीणों में हनुमान यादव (ग्राम पंचायत सदस्य) राकेश यादव, राम लाल यादव,पंचम, रामचेत , आनंद प्रकाश उपाध्याय, पहाड़ी, राधा,नसीर अहमद जिला उपाध्यक्ष सुल्तानपुर (सपा)प्रमीला, इंद्रावती, गीता आदि अन्य ग्रामीणों ने मिलकर शासन से मदद मांगी है।
अब देखना यह है कि सरकार या अधिकारी इस मनबढ़ जातिवादी अध्यापिका के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं । क्या अभिवावकों ग्रामीणों को न्याय मिल पायेगा। क्या गबन की गयी धन राशि की रिकवरी हो पायेगी। अथवा उच्च जाति के कारण बचाया जायेगा।।
के मास न्यूज कादीपुर

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