गाजीपुर। जनपद के मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के सहनिंदा चौकी अंतर्गत प्रदीप कुमार साहू का पैतृक मकान युसूफपुर बाजार कपड़ा मंडी वार्ड नंबर 21 में है। जिसमे प्रदीप कुमार साहू ने बटवारे के तहत पार्टीशन डलवा रखा था, और अपने हिस्से के मकान पर नीचे दुकान किराए पर दे रखा हैं। और अपने गाजीपुर में रहते हैं। इसी दौरान सोची समझी साजिश के तहत एक गोल बनाकर संगीता गुप्ता, संजय गुप्ता, अनिल गुप्ता, सुषमा गुप्ता, अरुण गुप्ता, व वरुण गुप्ता, उस पार्टीशन वाली दीवाल को तोड़ने लगे और जब प्रदीप साहू को इसकी जानकारी हुई, तो वे तुरन्त मौके पर पहुचे, तो उनको भी विपक्षीगढ़ द्वारा गाली गुत्ता और जान से मारने की धमकी देने लगे। तब प्रदीप साहू ने इसकी तहरीर मुहम्मदाबाद थाना को दिया लेकिन तुरन्त कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी, तत्पश्चात प्रदीप साहू ने IGRS के माध्यम से इसकी शिकायत दर्ज कराई। जिसके सम्बन्ध में थाना मुहम्मदाबाद एस.ओ ने आश्वासन दिया की मै देखता हूँ और सहनिंदा चौकी इंचार्ज शिवपूजन को जांच के लिए भेजा गया। लेकिन 6 दिन बाद प्रार्थी के मोबाइल पर IGRS निस्तारण का मैसेज आया है। जिसे देखकर प्रार्थी आश्चर्यचकित रह गया, कि न हमसे मुलाकात किया गया, न हमें फोन करके बुलाया गया, न हमसे से कोई संपर्क किया गया, और आईजीआरएस का निस्तारण कर दिया गया। तुरंत प्रार्थी ने ऑनलाइन शिव पूजन दरोगा द्वारा लगाए गए आख्या को देखा तो उसमें प्रार्थना पत्र और आख्या में बहुत अधिक अंतर पाया। इसीलिए प्रार्थी तुरंत एडिशनल एसपी ग्रामीण के यहाँ प्रस्तुत होकर अपने पूरे प्रकरण को बताया एडिशनल एसपी ने तत्काल सहनिंदा चौकी इंचार्ज शिवपूजन को कड़ी फटकार लगाई और मुहम्मदाबाद थाना एस.ओ. को निर्देशित किया, कि उचित कार्रवाई की जाए, उसके बाद एस.ओ. मुहम्मदाबाद ने प्रार्थी की शिकायत दर्ज कर विपक्षीगढ़ के खिलाफ FIR दर्ज किया और प्रार्थी को आश्वासन दिया की सारी जांच मेरी देख रेख में बिना किसी के दबाव के की जायेगी। आपको बताते चले, कि पूरे उत्तर प्रदेश में इस समय गाजीपुर पुलिस आईजीआरएस निस्तारण के मामले मे प्रथम स्थान पर है। लेकिन शिव पूजन दरोगा द्वारा किए जा रहेे आईजीआरएस के निस्तारण से गाजीपुर पुलिसे पर सवालिया निशान खड़ा करती है, जिसकी वजह से गाजीपुर पुलिस की छवि पूरे उत्तर प्रदेश में धूमिल हो रही है।
जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर