नसीरपुर-अम्बेडकर नगर- ब्लॉक भियांव के अंतर्गत ग्राम नसीरपुर निवासी श्रवण कुमार दुबे पुत्र स्व.पारसनाथ दूबे को आवास न मिलने के कारण घर छोड़कर कहीं और रहने को मजबूर हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक पीड़ित श्रवण कुमार दूबे तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। उनके पिता का स्वर्गवास करीब 9 साल पहले हो गया था। जिसके बाद से और बड़े भाई राजकुमार दूबे अपना परिवार को लेकर अलग रहने लगे। और दूसरे भाई शिवकुमार और माँ के साथ रह रहे थे कि मां भी अप्रैल माह में स्वर्गवासी हो गयीं। जिसके बाद से इनके भाई शिवकुमार भी अलग रहने लगे। पिता द्वारा बनवाया गया मकान छोटा यानी एक कमरा होने के कारण रहने की जगह नही है। और इसमें बड़े भाई शिवकुमार अपने परिवार के साथ रहते हैं। और दूसरे भाई राजकुमार पट्टीदार का मकान लेकर गुजर बसर कर रहे हैं। मकान न होने की वजह से पीड़ित को रहने व रोटी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। छप्पर एक था जो वो भी गिर गया। इनके रहने के लिए एक छप्पर भी नही बचा है जिसमे रहकर अपना गुजर बसर कर सकें। कहते हैं जिसके ऊपर से माँ बाप का साया उठ जाता है उसको देखने वाला कोई नही होता है। अब पीड़ित व्यक्ति रहने के लिए दर दर भटक रहा है।
आवास न मिलने के कारण नसीरपुर निवासी श्रवण कुमार दूबे किसी और के यहाँ रहने को हुए मजबूर
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