विद्युत विभाग के जिला कार्यालय मे न्यायालय के आदेश पर लगा ताला

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गाजीपुर। विद्युत विभाग के लाल दरवाजा स्थित जिला कार्यालय मे न्यायालय के आदेश पर लगा ताला। प्राप्त जानकारी के अनुसार देर आए दुरुस्त आए की तर्ज पर आखिरकार नगर के एक विद्युत उपभोक्ता की तीसरी पीढ़ी को न्यायालय द्वारा न्याय मिला है। बतादे कि उपभोक्ता की क्षतिपूर्ति न करने पर न्यायालय के आदेश पर लाल दरवाजा स्थित विद्युत विभाग के पूरे कार्यालय और परिसर को कुर्क करते हुए सीज कर ताला जड़ दिया है। इस परिसर मे विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण खंड प्रथम और मीटर विभाग के कार्यालय स्थित हैं। न्यायालय के आदेश पर पहुंचे अमीन ने पुलिस की मौजूदगी में मुनादी कराते हुए इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मौके से खिसकने लगे। उल्लेखनीय है, कि वर्ष 1980 में बिजली विभाग ने शहर के मालगोदाम रोड निवासी बाबूलाल साहू की बिजली रात में एक बजे काट दी थी। बाबूलाल साहू अपने घर पर आटा चक्की व तेल पेरने का कोल्हू लगाए थे। इससे क्षुब्ध होकर बाबूलाल साहू न्यायालय जा पहुंचे। न्यायालय में मुकदमा के दौरान चौवालीस वर्ष बीत गया। बाबूलाल साहू की तीसरी पीढ़ी के गणेश साहू ने लगातार पैरवी करते रहे। उनकी मेहनत रंग लाई और न्यायालय ने 16 लाख 32 हजार रुपए की क्षतिपूर्ति बिजली विभाग के द्वारा उपभोक्ता को करने का आदेश दिया गया। इस सम्बन्ध में न्यायालय द्वारा विभाग को कई नोटिस दिया गया, लेकिन विभाग ने अधिकारी मौन रहे। अन्ततः वादी उपभोक्ता ने उच्च न्यायालय की शरण ली। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता को ध्यान में रखते हुए न्यायालय ने वादी को क्षतिपूर्ति के रूप में 1980 से लेकर 1 मई 2014 तक ₹4000 प्रति माह के हिसाब से 1632000 रूपए की पूर्ति करने का आदेश दिया था। इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों की निद्रा नहीं टूटी। इससे क्षुब्ध वादी पुनः न्यायालय की शरण में जा पहुंचा। आदेश का पालन अब तक न होने पर न्यायालय ने 13 अगस्त को बिजली विभाग के आम घाट कार्यालय खंड दो की निजी संपत्ति लाल दरवाजा स्थित विभागीय संपत्ति के रूप में मौजूद विभागीय कार्यालयों को कोर्ट अमिन दिलीप यादव और पुलिस बल द्वारा खाली कराते हुए ताला लगाकर सीज किया गया। और अंत में परिसर के मुख्य गेट पर कोर्ट अमीन और पुलिस बल के द्वारा ताला लगाकर सिजिंग की कार्रवाई पूर्ण की गई। मजेदार बात यह रही कि इसी परिसर में अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग, बिजली विभाग खंड एक के साथ ही मीटर विभाग के अधिशासी अभियंता का विभागीय कार्यालय हैं, जहां पर सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी कार्य करते हैं। अब देखना यह है, कि इस तरह कार्यालय मे ताला लगने के बाद बिजली विभाग क्या कार्रवाई करता है, और इस मामले का क्या हल निकालता जिससे की विभाग का कार्य सुचारु रूप से चल सके।

जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर

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