गाजीपुर। कासिमाबाद ब्लॉक के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अविसहन, गाजीपुर, स्वास्थ्य विभाग को आईना दिख रहा है। यहा का आलम यह है, कि लोगों के इलाज के लिए डाक्टर उपलब्ध नही रहते है, यहां की बिल्डिंगों में भूसा और गोबर भरा हुआ है। आप अगर यहां चले गए तो पता नहीं चलेगा कि यह बिल्डिंग किसके लिए बनी हुई है, क्योंकि यहां मुख्य द्वार से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लिखा हुआ पेंट करके ढक दिया गया है, इसके स्थान पर केवल अविसहन, गाजीपुर लिखा मिलेगा। आपको यहां की स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे ही चल रही है। 21 मई 2024 मंगलवार को दोपहर तक केवल दो स्वास्थ्य कर्मी, फार्मासिस्ट विनोद कुमार व स्वीपर/चौकीदार रामधन राम मौजूद थे। आपको बता दे कि, जनपद के कासिमाबाद ब्लाक अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अविसहन में फार्मासिस्ट विनोद कुमार के बताने के अनुसार 06 स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात किया गया है। जिसमें डॉक्टर इमरान उस्मानी, फार्मासिस्ट विनोद कुमार, स्टाफ नर्स मुन्नी देवी, वार्ड बॉय शैलेश कुमार, स्वीपर/चौकीदार रामधन राम व हेल्थ सुपरवाइजर प्रेमचंद, की तैनाती की गई है। सरकार आमजन, गरीबों व कमजोर तबके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करने में संवेदनशील है। परंतु धरातल पर देखा जाए तो कहीं ना कहीं सरकार की मंसा नाकाम साबित होती दिख रही है। देश के प्रधानमंत्री पूरे देश में सफाई अभियान चलाकर देश को एक स्वच्छ छवि देने के लिए तत्पर हैं, वहीं दूसरी ओर जनपद के अविसहन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर व शौचालय में गंदगी फैली हुई दिखाई दे रही है। एक ओर स्वास्थ्य विभाग सफाई की ओर विशेष ध्यान देकर गन्दगी को दूर करने का नारा देता है, वहीं उसी अस्पताल प्रांगण में ही गन्दगी है। लोगों को साफ सफाई का नारा देने से पहले यहां की गन्दगी को साफ करना जरूरी है।
जय प्रकाश चन्द्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर