बल्दीराय/सुल्तानपुर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश यादव का शव सोमवार को उनके सरकारी आवास के बाथरूम में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। इस घटना से पूरे अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
इस तरह हुआ घटनाक्रम का खुलासा
सुबह करीब सवा नौ बजे डॉक्टर यादव नहाने के लिए गए थे। जब काफी देर तक वे अस्पताल नहीं पहुंचे और फोन कॉल्स का जवाब भी नहीं दिया, तो कर्मचारियों को शक हुआ। स्टाफ जब उनके आवास पहुंचा, तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद था और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी। अनहोनी की आशंका में कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़ा, तो बाथरूम में उनका शव पड़ा मिला।
जांच में जुटी पुलिस और प्रशासन
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी धीरज कुमार, तहसीलदार देवानंद तिवारी और उपजिलाधिकारी गामिनी सिंगला मौके पर पहुंचे। इसके बाद सीएमओ सुल्तानपुर ओपी चौधरी और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव का पंचनामा किया। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह भी शाम साढ़े चार बजे पहुंचे और जांच की निगरानी की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मृतक डॉक्टर का परिवार
डॉ. रमेश यादव अम्बेडकर नगर के जलालपुर तहसील स्थित किशुनपुर कबिरहा गांव के निवासी थे। उनके परिवार में पत्नी नीलम और दो बच्चे—14 वर्षीय बेटा सोमिल और 12 वर्षीय बेटी अरिनव हैं। डा रमेश यादव बल्दीराय से पूर्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अखंडनगर में अधीक्षक पद पर सेवा दिया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद खुलेगा राज
सीएमओ ओपी चौधरी ने बताया कि कमरा दोनों ओर से बंद था, जिससे संदेह गहराता है। मौत के असल कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही चल पाएगा। वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने भी मामले की गहन जांच और आवश्यक विधिक कार्यवाही की पुष्टि की है। पुलिस हर संभावित पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।
के मास न्यूज कादीपुर