ब्लॉक पल्हना आजमगढ़
किसान भाई मई-जून में धान का बेहन डाल कर बेसब्री से वर्षा का इंतजार कर रहे थे वर्षा आते ही उनके चेहरे खिलखिला उठे कि अब हम धान की रोपाई कर सकते हैं वर्षा होते ही किसान फावड़ा लेकर अपने अपने खेतों में मेड़बंदी कर कर पानी रोकने लगे खेत की जुताई कर धान की रोपाई करवा रहे हैं धान रोपती महिलाएं आपस में हंसी मजाक व गीत गा रही हैं उनके गीतों को सुनने के लिए बादल छाए हुए हैं और बादल वर्षा के माध्यम से झमाझम नाच रहे हैं किसान अपने खेत में धान की रोपाई करवा रहे हैं
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