आजमगढ़/निजामाबाद:- तहसील क्षेत्र के शारदा शिक्षण संस्थान में आज दोपहर 2: बजे ग्रामीण चिकित्सक एसोसिएशन की बैठक संपन्न हुई . मुख्य वक्ता एचपी विश्वकर्मा ने ग्रामीण चिकित्सकों के जीवन कार्यशैली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि, कोरोना काल में ग्रामीण चिकित्सकों की भागीदारी काफी सराहनीय रही . बड़े डॉक्टर क्वॉरेंटाइन होकर मरीजों को देखना बंद कर दिए थे. तब भी ग्रामीण डॉक्टरों को झोलाछाप डॉक्टर की उपाधि दी जाती है . मुख्य अतिथि ने बताया कि आने वाले विगत दिनों में हमारा संगठन उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करेगा कि ग्रामीण चिकित्सकों को प्रशिक्षण देकर अनुभव प्रमाण पत्र दिया जाए, ताकि विकट परिस्थिति में मरीजों को देखने का कार्य आसानी से ग्रामीण चिकित्सक कर सकें ,इस मौके पर डॉक्टर राम निधि सिंह, डा0 तौहीद खान,लालचन ,अशोक यादव, हरेंद्र यादव, दिलराम सहित सैकड़ों चिकित्सक मौजूद रहे l
क्राइम ब्यूरो चीफ आजमगढ़
मनोज कुमार बौद्ध