सुल्तानपुर
सुलतानपुर जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र की पुलिस इन दिनों अपनी कार्यशैली को लेकर फिर एक बार सवालों के घेरे में आ गई है। फतेहपुर संगत गांव के निवासी और क्षेत्र पंचायत सदस्य अनिल गौतम ने आरोप लगाया है कि जब वह अपनी रेहन की जमीन पर हुए जबरन कब्जे की शिकायत लेकर थाने पहुंचे, तो थाना अध्यक्ष ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां देकर थाने से भगा दिया। और कहा कि अभी तुम्हारी क्षेत्र पंचायती सदस्यीय तुम्हारी गांड़ में डाल दूंगा अब सुल्तानपुर में दलित सामान दलित समाज के जनप्रतिनिधियों के साथ थाने पर यही होगा देखना यह है कि क्षेत्र पंचायत सदस्य का मुकदमा क्या थाना गोसाईगंज द्वारा दर्ज किया जाता है कि नहीं।मामला 19 जुलाई का है जब अनिल गौतम ने सुबह आठ बजे अपने गांव के ही घनश्याम विश्वकर्मा से रेहन पर लिए खेत में मक्के की बुवाई की थी। लेकिन बुवाई के एक सप्ताह बाद ही गांव के ही एक व्यक्ति ध्रुव बरनवाल ने बिना किसी पूर्व सूचना के ट्रैक्टर लगवाकर खेत की जुताई शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही अनिल गौतम मौके पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। इसके बाद डायल 112 की टीम पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले जाया गया।अनिल गौतम का आरोप है कि उस समय थाना अध्यक्ष से मुलाकात नहीं हो सकी, जिस पर वे गांव लौट गए। लेकिन जब वह अगले दिन फिर थाने पहुंचे तो थाना अध्यक्ष उन्हें देखकर भड़क उठे और बोले, “तुम जैसे नेताओं के चलते इलाके में अमन चैन खत्म हो गया है।” इसके बाद थाना अध्यक्ष ने उन्हें मां-बहन की गालियां देते हुए थाने से भगा दिया।इस अपमानजनक व्यवहार से आहत क्षेत्र पंचायत सदस्य ने अब पुलिस अधीक्षक सुलतानपुर से मुलाकात कर पूरे मामले की लिखित शिकायत करने की बात कही है। वहीं, स्थानीय लोगों में भी पुलिस की इस रवैये को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है। थानों में जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार न सिर्फ लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
के मास न्यूज सुल्तानपुर