करंट की चपेट में आकर झुलसा मोर सूचना के बाद भी विद्युत विभाग दिखा बेपरवाह
करौंदी कला/सुल्तानपुर
प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक राष्ट्रीय पक्षी मोर मंगलवार सुबह करौंदी कलां ब्लॉक के ढकवा संपर्क मार्ग पर धर्म काटा के पास बिजली विभाग की लापरवाही का शिकार हो गया। करंट से झुलसकर मोर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि सूचना के बाद भी बिजली विभाग के जेई और लाइनमैन फोन तक नहीं उठा रहे।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बिजली का खंभा करंट से प्रवाहित था और वहां पहले से ढीले तार लटकते देखे गए थे। इसी बीच एक मोर उस खंभे के संपर्क में आ गया और तेज झटके से तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। यह मंजर देख ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
ग्रामीणों ने तत्काल बिजली विभाग के अधिकारियों को टेलीफोन द्वारा मामले से औगत कराया लेकिन जेई और लाइनमैन दोनों ने कॉल रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा। यह घोर लापरवाही वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम और विद्युत सुरक्षा मानकों की सीधी अवहेलना है।राष्ट्रीय पक्षी की हत्या का मामला वन विभाग दरोगा संतोष कुमार तिवारी एवं भूपेन्द्र मिश्रा कों दिया गया मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम घंटों तक करती रही इंतजार सूचना देने के वावजूद भी बिजली विभाग की दिखीं भारी लापरवाही।
*उपस्थित ग्रामीणों की मांग*
करौंदी कलां ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनोद तिवारी, अमरेमऊ प्रधान प्रतिनिधि राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, ईशनारायण द्विवेदी,हरिराम,उमेशचंद्र,रमेश द्विवेदी,रमाकांत द्विवेदी,अमरीश मिश्र, बिकास मिश्र,अंकित पांडेय,रोहित उपाध्याय,सुनील उपाध्याय,उमाशंकर मिश्र,नीतेश कुमार मिश्र,सूर्य पाल वर्मा टंडईल वर्मा,ओके यादव, सुभाष चंद्र चौधरी,
सत्यम तिवारी,योगेश मिश्रा आदि सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने खतरनाक बिजली खंभों की त्वरित मरम्मत की मांग की वन विभाग मौके पर पहुंचकर उपस्थित लोगों के सम्मुख राष्ट्रीय पक्षी मोर की उच्चाधिकारियों को अवगत कर पोस्मार्टम के लिए ले गई। लोगों का कहना है अगर विभाग समय रहते चेत जाए तो न केवल बेजुबानों की जान बचेगी बल्कि क्षेत्र में बड़े हादसों से भी बचा जा सकता है।
के मास न्यूज सुल्तानपुर