आजमगढ़। पाठ संपादन एवं सूफी काव्य के पुरोधा डॉक्टर कन्हैया सिंह के निधन से पूरे जनपद के साहित्य जगत के लोग मर्माहत एवं स्तब्ध हैं। डॉक्टर सिंह के निधन से दुखी साहित्यकारों ने आज बदरका स्थित उर्दू अदब के मशहूर शायर ताज आजमी के आवास पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर डॉक्टर सिंह को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए हिंदी, उर्दू साहित्य मंच के अध्यक्ष शायर ताज आजमी ने अपने चंद शेर श्री सिंह को समर्पित किया।
‘जुबां खामोश है, और आंसू बेइंतहा निकले,
कहां जाऊं, कहां पाऊं, अजब ए माजरा निकले।
गया है डूब सूरज, अब न निकलेगा हरगिज़,
हमेशा के लिए क्यूं ताज तुम तुम मातम सरा निकले।।
प्रधान संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर राजेश सिंह ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉक्टर साहब के द्वारा की गई साहित्य की सेवा को ध्यान में रखते हुए आजमगढ़ के साहित्यकारों की तरफ से यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि उनके नाम पर निर्माणाधीन महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय में एक सभागार का निर्माण कराया जाए तथा महा पंडित राहुल सांकृत्यायन, अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध, पंडित लक्ष्मी नारायण मिश्र की ही बात उनकी एक आदम का प्रतिमा आजमगढ़ नगर में स्थापित की जाए जिससे आने वाली पीढ़ियां उनके बारे में जान सके। उपस्थित सभी साहित्यकारों, साहित्य प्रेमियों ने इस मांग का समर्थन किया। सभा में मुख्य रूप से-नामी चिरैया कोटी, राजकुमार आशीर्वाद, महेंद्र मृदुल, रोहित बारी, अफाक आज़मी, धर्मेंद्र चौहान, छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रूपेश सिंह, गौस आलम आदि उपस्थित थे। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता डी.ए.वी.कॉलेज के हिंदी विभाग के प्रवक्ता डॉक्टर अखिलेश चंद्र सिंह एवं संचालन संजय पांडेय ने किया।