मोहम्मदपुर /आजमगढ़
जानकारी के मुताबिक भारत सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के द्वारा केवाईसी कराई जा रही है जिसके लिए आधार कार्ड के आधार पर उनके प्रूफ होने चाहिए या हाई स्कूल के सर्टिफिकेट के अनुसार ही उनका आधार कार्ड होना चाहिए ।
जिससे कि भविष्य में भारत के लोगों को किसी भी तरह की समस्याओं का सामना ना करना पड़े चाहे वह लोन के डिपार्टमेंट का हो या अन्य किसी डिपार्टमेंट में काम कराना हो ।यहां तक कि आधार कार्ड के आधार पर पैन कार्ड ,पासपोर्ट ,ड्राइविंग लाइसेंस ,सारी व्यवस्थाएं की गई हैं और तुरंत आप विभिन्न प्रकार के विभागों के प्रमाण भी प्राप्त कर सकते हैं लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी इतने ढीले और सुस्त हैं कि जनता द्वारा उप जिलाधिकारी महोदय से प्रमाणित कराकर द्वारा खंड विकास अधिकारी से भी सिग्नेचर कराने के पश्चात ग्राम पंचायत अधिकारी मानने को तैयार नहीं कि आपने जो प्रूफ तैयार करवाया है वह सही है यहां तक लापरवाही दिख रही है कि जो मुखिया है उसमें अन्य नाम पता नहीं किसके किसके आकर के जुड़ गए हैं जिसका जवाब देना ग्राम पंचायत अधिकारियों को भारी पड़ रहा है ।
ताजा वाक्य रानीपुर रजमो गांव का है जहां के सेक्रेटरी के मनमानी से गांव के लोग काफी त्रस्त हैं लोग आधार कार्ड के आधार पर अपनी परिवार रजिस्टर की नकल को प्राप्त करना चाह रहे हैं जिसके लिए उच्च अधिकारियों से तथा नोटरी वनवा कर भी दिया जा रहा है लेकिन इन अधिकारियों को भी ग्राम पंचायत अधिकारी नहीं मान रहा है अब इसके पीछे कारण क्या है धन लेना चाहता है या कुछ और जिसकी वजह से जनता को काफी समस्या हो रही है मोहम्मद अशफाक पुत्र हाजी मोहम्मद जब्बार द्वारा आज पिछले 1 सप्ताह से चक्कर लगाए जा रहे हैं कि उनके परिवार की रजिस्टर की प्रति जारी की जाए लेकिन चांदनी शुक्ला सेक्रेटरी द्वारा जारी नहीं किया जा रहा है इस संबंध में आज वाद विवाद भी हो गया परेशान होकर ग्रामीण खंड विकास अधिकारी के पास गए और अपना दुख रोए जिसके पश्चात मामला आगे बढ़ा वही जब परिवार रजिस्टर की नकल की मुख्य रजिस्टर को खोला गया जिसमें और भी विभिन्न नाम दिखाई दे रहे थे जिस पर मोहम्मद अशफाक ने पूछ बैठा कि मैं तो इनका नाम ही नहीं चढ़वाया तो इनका नाम आया कैसे यह किस प्रमाण के आधार पर आपने इनका नाम चढ़ा दिया जबकि मैं अपना प्रूफ दे रहा हूं उनका नाम आप नहीं चढ़ा रहे हैं और जो चढ़ाकर दे रही हैं वह भी गलत दे रही हैं जिसके लिए आपसी मतभेद हुआ था ना कि स्थानीय लोगों द्वारा एक दूसरे को कहा गया कि आप समस्या का समाधान करें उन्होंने कहा कि एक नोटरी और बनवा कर लाइए ताकि हम इसको सही कर पाए और गलती सेक्रेटरी की परेशानी उठाएं जनता ।