14 अप्रैल अंबेडकर जयंती एक ही समाज को नहीं सर्व समाज को माननी चाहिए।

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पवई/आजमगढ़

आजमगढ़ जिले के पवई विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम सभा रज्जाकपुर के एक बीएसपी के कार्यकर्ता फूलचंद भारती जोकि इंटर पास करने के बाद जून 1982 इस भी में दिल्ली रोजी रोजगार के लिए गया दिल्ली में फोटो एल्बम की दुकान पर काम करने लगा जिस दिन छुट्टी होती थी पैदल ही शहर में घूम ने चले जाते थे एक दिन देखा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल 1984 को दिल्ली के लाल किले से करोलबाग तक जाने वाली सड़क पर काफी जोश के साथ एक कि.मी.तक लम्बी लाइन गाड़ी और आदमी थे जहां पर नारा लगाया जा रहा था कि जब तक सूरज चांद रहेगा बाबा साहब का नाम रहेगा सड़क पर एक किनारे में खड़ा था जुलुस को देख रहा था थोड़ी देर में एक डीसीएम तैनात गाड़ी पर आगे नीला झंडा लगा है झंडा हैंड बिल दे रहे हैं और बहुजन समाज पार्टी का नारा बाबा साहब कांशी राम के नाम लेकर जिंदाबाद बोल रहे थे आदमी 15 आदमी उस गाड़ियों में चले गए हैं करोलबाग तक 10:00 बजे रात तक वापस आया उसी समय पार्टी की विषय में जानकारी हुई फिर मैं 1986 में घर आया श्री रामकृष्ण राजभर जी सीताराम जी से मुलाकात हुई 1986 ईस्वी से बीएसपी का कार्यकर्ता बना विकासखंड पवई आजमगढ़ ब्लाक कमेटी का उपाध्यक्ष का नाम दिया गया विधानसभा सचिव लखनऊ कांशी राम साहब की जैसे कि गाजीपुर की रैली गोरखपुर की रैली सदर की रैली पवई से आजमगढ़ और आजमगढ़ से गोरखपुर तक गया पारिवारिक जिम्मेदारी को देखते हुए समय निकालकर एक वफादार कार्यकर्ता बनकर कार्यकर्ता कार्य करता रहा और 3 जून 1995 को बीएसपी की सरकार बनी सुश्री बहन कुमारी मायावती जी मुख्यमंत्री बनी काफी ऊर्जा मिली समाज को काम हुआ हम लोग जैसे लाखों कार्यकर्ताओं के बदौलत बहन जी चार बार मुख्यमंत्री हुई दलित पिछड़े अल्पसंख्यक समाज का हाथ मैं विकास हुआ परंतु परंतु अपनों कि कुछ सोच नहीं निस्वार्थ याद से कार्य कर रहा बसपा का सेक्टर अध्यक्ष के पद पर आज भी कार्य कर रहा हूं बहन कुमारी मायावती को 2024 में पीएम के पद पर देखना चाहता हूं ।

पवई संवाददाता की रिपोर्ट

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