अंबेडकरनगर: सुबह होते ही टिप-टिप बरसते ओस के बूंद और दोपहर में रिमझिम फुहार पड़ने से ठंड चरम पर पहुंच गई है। लोग घरों में रजाई, हीटर, ब्लोअर से चिपके दिखे तो सड़क पर निकलने वाले ठिठुरते नजर आए। खासकर बाइक सवार ज्यादा परेशान रहे। वहीं चारपहिया वाहन भी शाम होते ही सुबह तक भीषण कोहरे से रेंगते रहे। हेडलाइट जलाने के बाद भी ²श्यता काफी सीमित रही। हालात यह रहे कि 50 मीटर दूर भी दिखना मुश्किल रहा। मौसम विभाग ने अभी कई दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहने तथा हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है।बुधवार शाम से ही आसमान में बादल छाए थे। दिन ढलते ही कोहरा भी घना होता गया। गुरुवार सुबह भी कोहरे का सितम जारी रहा। दोपहर 12 बजे कोहरा छटने के बाद कुछ समय के लिए ठंड में कमी आई, लेकिन धूप न निकलने से लोगों का ज्यादा राहत नहीं मिली। लोग जगह-जगह अलाव के सहारे बैठे दिखे। वहीं, बहुत जरूरी काम होने पर ही घरों से निकले। ऐसे में सड़कें खाली दिखीं और शाम होते ही बाजारों में सन्नाटा पसर गया। दुकानदार जल्द सामान समेट अपने घरों को निकल गए। वहीं, गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ दिखी। जैकेट से लेकर स्वेटर, टोपी और मफलर की बिक्री तेज रही। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस, जबकि अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, कड़ाके की ठंड के चलते हाईस्कूल तक के सभी बोर्ड के विद्यालयों को 16 जनवरी तक बंद कर दिया गया है।ठंड के चलते लोग घरों से बहुत जरूरी काम होने पर ही बाहर निकले। इसके चलते रोडवेज से लेकर निजी बसों को सवारियां भरने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। ऐसे में यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी विलंब हुआ। ट्रेनों के आवागमन पर भी कोहरे का असर साफ तौर पर दिख रहा है। अकबरपुर स्टेशन से गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनें घंटेभर से ज्यादा विलंब से आ-जा रही हैं, इससे यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।कंबल वितरण और अलाव के इंतजाम भी काफी नहीं: ठंड से बचाने के लिए सरकार ने जगह-जगह अलाव जलवाने के साथ जरूरतमंदों को कंबल बंटवाने की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन यहां गिने-चुने स्थानों को छोड़ कहीं अलाव जलते नहीं दिख रहे। वहीं, कंबल वितरण की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है। शहरी क्षेत्रों में कुछ जरूरतमंदों को जरूर इसका लाभ मिला है, लेकिन देहात क्षेत्रों तक अभी मदद नहीं पहुंची है। डीएम सैमुअल पॉल का दावा है कि अभी तक आठ हजार गरीबों को कंबल का वितरण कराया जा चुका है। आगे भी यह जारी रहेगा।
बूंदाबांदी से बिगड़ा मौसम का मिजाज, घरों में दुबके लोग
In