जहांगीरपुरी में नॉर्थ एमसीडी द्वारा चलाए अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान को लेकर इलाके के दुकानदारों में नाराजगी है, उन्होंने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कार्रवाई को गलत करार दिया. ज्यादातर दुकानदारों की शिकायत है कि बिना किसी सूचना के बुलडोजर चलाया गया. कौशलपुर में रेहड़ी लगाने वाले चालीस साल पुराने दुकानदार ने बताया कि हम 20 सालों से यहां दुकान लगा रहे हैं, कार्रवाई करने से पहले यदि सूचना दी जाती तो कम से कम अपना सामान हटा लेते.दुकानदारों ने कहा कि पूरी दिल्ली में कोई भी ऐसा इलाका नहीं है जहां रेहड़ी पटरी न लगाई जाती हो लेकिन जिस तरह से हमारे खिलाफ कार्रवाई हुई वो पूरी तरफ एकतरफा थी. वहीं इसी इलाके में जूस की दुकान लगाने वाले गणेश की दुकान भी बुलडोजर की चपेट में आ गई है. उन्होंने भी यही बात दोहराई कि किसी भी तरीके से हमे सूचित कर दिया जाता तो हम अपने नुकसान को कम कर सकते थे. बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इस प्रक्रिया को रोक दिया गया है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि उसका आदेश तुरंत लागू किया जाए. मुख्य न्यायाधीश ने अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोकने का निर्देश दिया और मामले को गुरुवार को सुनवाई के लिए उपयुक्त पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने पर सहमति व्यक्त की.
जहागीरपूरी दंगे में बुलडोज़र कार्यवाही पर दुकानदारों का फूटा ग़ुस्सा,कहा एकतरफ़ा हो रही कार्यवाही
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